नालंदा के तीन रेलवे स्टेशनों का होगा विकास: आधुनिक सुविधाएं और दिव्यांगों का विशेष ध्यान

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नालंदा जिले के तीन प्रमुख रेलवे स्टेशनों— बिहारशरीफ, राजगीर, और नालंदा— को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। इन स्टेशनों को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस किया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर अनुभव मिल सके। निर्माण कार्य में आधुनिक तकनीक और यात्रियों की जरूरतों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।

बिहारशरीफ स्टेशन पर निर्माण कार्य जारी

बिहारशरीफ रेलवे स्टेशन पर 30 फीट चौड़ा नया फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाया जा रहा है, जो सभी प्लेटफॉर्म को जोड़ेगा। दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। स्टेशन पर तीन एस्केलेटर भी लगाए जाएंगे।
इसके अलावा, स्टेशन पर निम्नलिखित सुविधाओं का निर्माण हो रहा है:

यात्री प्रतीक्षालय

शेल्टर

पेयजल और शौचालय

ब्रॉड सर्कुलेटिंग एरिया

वाटर बूथ

पार्किंग और कमर्शियल स्पेस

अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मुख्य सुविधाएं

  1. रूफटॉप प्लाजा और सिटी सेंटर: स्टेशन परिसर को आधुनिक स्वरूप में विकसित किया जाएगा।
  2. लंबे प्लेटफॉर्म और गिट्टी रहित ट्रैक: ट्रेनों के सुचारू परिचालन के लिए प्लेटफॉर्म और ट्रैक को अपग्रेड किया जाएगा।
  3. 5जी कनेक्टिविटी और वाई-फाई: यात्रियों को मुफ्त वाई-फाई और हाई-स्पीड इंटरनेट की सुविधा दी जाएगी।
  4. महिलाओं और दिव्यांगों के लिए अलग शौचालय: सभी प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग शौचालय बनाए जाएंगे।
  5. विद्यार्थियों और व्यापारियों के लिए सुविधाएं: विद्यार्थियों के लिए लाइब्रेरी और व्यापारियों के लिए डिस्कशन हॉल की व्यवस्था होगी।
  6. प्रकाश व्यवस्था और डिजिटल होर्डिंग्स: प्लेटफॉर्म पर पर्याप्त रोशनी के साथ बड़ी-बड़ी डिजिटल होर्डिंग्स लगाई जाएंगी, जिन पर रेलवे से संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी।
  7. पैदल मार्ग और चौड़ी सड़कें: स्टेशन के आसपास की सड़कों को चौड़ा करने और पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित मार्ग बनाने की योजना है।

स्थानीय कला और संस्कृति का प्रदर्शन

रेलवे स्टेशन परिसर में स्थानीय कला और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा। नालंदा की ऐतिहासिक विरासत को उजागर करने के लिए स्टेशन परिसर में स्थानीय कलाकृतियां और सांस्कृतिक चित्र लगाए जाएंगे।

निर्माण कार्य की समयसीमा

निर्माण कार्य को तीन से छह महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। संबंधित एजेंसी को समयसीमा का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। यदि तय समय में काम पूरा नहीं होता है, तो एजेंसी पर कार्रवाई की जाएगी।

यात्रियों को मिलेगा बेहतर अनुभव

इन विकास कार्यों के बाद यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। यह परियोजना न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि नालंदा की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित और प्रचारित करने में भी सहायक होगी।

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