गर्मी में छोटे बच्चों में नकसीर की समस्या बढ़ी, विशेषज्ञों ने बताए बचाव और प्राथमिक उपचार के उपाय

राजगीर (नालंदा) : तेज गर्मी के चलते छोटे बच्चों में नकसीर (नाक से खून बहने) की समस्या आम होती जा रही है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. शैलेंद्र कुमार ने इस परिस्थिति में आवश्यक सावधानियों और प्राथमिक उपचार के उपायों को साझा किया है, जिन्हें अपनाकर बच्चों को राहत दी जा सकती है।
डॉ. शैलेंद्र के अनुसार, नकसीर के दौरान सबसे पहले बच्चे को शांत रखना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि डर और घबराहट से हृदयगति बढ़ सकती है, जिससे रक्त प्रवाह तेज हो सकता है। ऐसे समय में बच्चे को सीधा बैठाना चाहिए और सिर को हल्का आगे की ओर झुकाना चाहिए। पीछे झुकने से खून गले में जा सकता है, जिससे उल्टी या सांस संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
नाक से रक्तस्राव रोकने के लिए नाक के मुलायम हिस्से को धीरे-धीरे दबाकर 5 से 10 मिनट तक दबाए रखें। साथ ही माथे और नाक पर ठंडे पानी की पट्टी या आइस पैक रखने से रक्त वाहिकाएं संकुचित होती हैं, जिससे खून बहना बंद हो सकता है। डॉ. शैलेंद्र ने यह भी सलाह दी कि इस दौरान बच्चे को मुंह से सांस लेने के लिए प्रेरित करें, ताकि नाक पर दबाव न बढ़े।
गर्मियों में नकसीर से बचाव के लिए डॉक्टर ने दिए ये सुझाव:
- बच्चों को भरपूर मात्रा में पानी पिलाते रहें ताकि शरीर में जल संतुलन बना रहे।
- अत्यधिक धूप में बच्चों को बाहर निकलने से बचाएँ।
- नाक को ड्राई होने से बचाने के लिए नाक के अंदर हल्के हाथों से नारियल तेल या वैसलीन लगाएँ।
विशेषज्ञों ने कहा कि अगर नकसीर बार-बार होती है या बहुत अधिक रक्तस्राव होता है तो बिना देर किए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। सही समय पर की गई सावधानी बच्चों को बड़ी परेशानी से बचा सकती है।