राजगीर महोत्सव 2024: संस्कृति, खेल और परंपरा का त्रिदिवसीय उत्सव आज से शुरू

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बिहार के ऐतिहासिक नगर राजगीर में आज से शुरू हो रहा राजगीर महोत्सव 2024 इस बार और भी भव्य और विविधतापूर्ण कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है। 21 से 23 दिसंबर तक स्टेट गेस्ट हाउस मैदान में आयोजित इस महोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। उद्घाटन समारोह में राज्य के अन्य मंत्री, जिला प्रभारी मंत्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेन्द्र कुमार, जिले के सभी विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी, उपाध्यक्ष नरोत्तम, राजगीर नगर परिषद की मुख्य पार्षद जीरो देवी, उपमुख्य पार्षद मुन्नी देवी और अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति रहेगी।

बॉलीवुड और स्थानीय कलाकारों का रंगारंग मंच

महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मुख्य आकर्षण होंगे बॉलीवुड के प्रसिद्ध कलाकारों की प्रस्तुति:

21 दिसंबर: प्रसिद्ध गायक जुबिन नौटियाल

22 दिसंबर: गायक जोड़ी अरुणिता और पवनदीप

23 दिसंबर: लोक गायिका मैथिली ठाकुर

साथ ही, स्थानीय कलाकारों को भी मंच प्रदान किया जाएगा। वे प्रतिदिन दोपहर 2 से 4 बजे तक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।

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जहां नारी, वहां विजय” थीम पर महिला महोत्सव

इस वर्ष महोत्सव का विशेष आकर्षण “जहां नारी, वहां विजय” थीम पर आधारित महिला महोत्सव है। इसमें विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे नृत्य, गायन, क्विज, कुकिंग और फैंसी ड्रेस आयोजित की जाएंगी।

खेल प्रतियोगिताएं और युवा प्रतिभाओं का प्रोत्साहन

खेल के क्षेत्र में भी महोत्सव खास रहेगा। इसमें शामिल होंगे:

आउटडोर खेल: कबड्डी, खो-खो, क्रिकेट।

इनडोर खेल: कराटे, वुशु और ताईक्वांडो।

कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन 22 और 23 दिसंबर को सिद्धार्थ होटल के सामने किया जाएगा, जिसमें बिहार, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश के पहलवान भाग लेंगे।

ग्राम श्री मेला: शिल्पकारों का आकर्षण केंद्र

ग्राम श्री मेला महोत्सव का एक प्रमुख हिस्सा है, जो 21 से 27 दिसंबर तक चलेगा। इसमें देशभर के शिल्पकार अपने उत्पादों का प्रदर्शन करेंगे। आकर्षण के केंद्र होंगे:

जम्मू-कश्मीर के पशमीना शॉल

उत्तराखंड के जैकेट और लोही चादर

असम के बांस उत्पाद

झारखंड के अचार, पापड़ और हैंडलूम

गुजरात की बेडशीट

बिहार की मधुबनी पेंटिंग और राजस्थानी जूतियां

आधुनिक कृषि यंत्र और बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन का प्रदर्शन

यह मेला भारतीय हस्तशिल्प और कृषि उत्पादों की समृद्धि को प्रदर्शित करेगा।

कृषि यंत्र और आधुनिक तकनीक का प्रदर्शन

महोत्सव में 20 विशेष स्टॉल लगाए गए हैं, जहां आधुनिक कृषि यंत्रों और तकनीकों का प्रदर्शन किया जाएगा।

बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन का जीवंत प्रदर्शन।

मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन, जैविक सब्जियां और स्वीट कॉर्न जैसी वैकल्पिक कृषि विधियों पर चर्चा।

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी सरकारी योजनाओं की जानकारी।

औषधीय पौधों की प्रदर्शनी और आधुनिक सिंचाई पद्धतियों का प्रदर्शन।

किसानों के लिए प्रशिक्षण और परिभ्रमण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।

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राजगीर महोत्सव का इतिहास

राजगीर महोत्सव की शुरुआत 1986 में बिहार के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री सुरेंद्र प्रसाद तरुण ने की थी। खजुराहो महोत्सव की तर्ज पर शुरू हुए इस महोत्सव का पहला आयोजन 4 अप्रैल 1986 को सोन भंडार के पास हुआ।

वर्ष 1988 से तीन दिवसीय आयोजन का प्रारंभ हुआ, और तब से यह नवंबर-दिसंबर में आयोजित किया जाता है।

1989-1994: महोत्सव का आयोजन बंद रहा।

1995: महोत्सव ने फिर रफ्तार पकड़ी और धीरे-धीरे राजगीर की पहचान बन गया।

2020-2021: कोरोना महामारी के कारण आयोजन नहीं हो सका।

2022 और 2023: यह आयोजन पुनः अपने पूर्व निर्धारित समय पर हुआ।

महोत्सव का उद्देश्य और प्रसिद्ध हस्तियां

राजगीर महोत्सव का उद्देश्य स्थानीय कला, संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देना है। हालांकि, हाल के वर्षों में यह आयोजन अपने मूल उद्देश्य से भटकता दिखा है।

महोत्सव में शामिल नामचीन हस्तियां:

हेमामालिनी, अनूप जलोटा, अलका याज्ञनिक, उदित नारायण, शान, अनुराधा पौडवाल, और मैथिली ठाकुर जैसे कई बड़े कलाकार इस मंच की शोभा बढ़ा चुके हैं।

राजगीर महोत्सव 2024: कला, संस्कृति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक

राजगीर महोत्सव 2024 न केवल सांस्कृतिक उत्सव है, बल्कि यह राष्ट्रीय एकता और विविधता का प्रतीक भी है। यह महोत्सव स्थानीय प्रतिभाओं और सांस्कृतिक धरोहर को प्रोत्साहित करते हुए नए भारत के निर्माण में योगदान देगा।

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