राजगीर: पर्यटकों की भीड़ के बीच सुरक्षा और प्रबंधन के लिए ड्रोन से निगरानी, अवैध पार्किंग पर लगेगा जुर्माना

पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राजगीर में वन विभाग ने सुरक्षा और प्रबंधन व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। वन प्रमंडल पदाधिकारी राजकुमार एम और जू सफारी के निदेशक रामसुंदर एम के नेतृत्व में व्यवस्थाओं में व्यापक सुधार किए गए हैं।
पर्यटकों के लिए नई सुविधाएं
पर्यटकों को अब रात 2 बजे से लाइन में खड़े होने की परेशानी नहीं होगी। इसके लिए डिजिटल काउंटर और स्पष्ट घोषणा प्रणाली की शुरुआत की गई है।
टिकट व्यवस्था को सरल और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए नेचर सफारी और जू सफारी की टिकटों की संख्या बढ़ाई गई है।
ऑनलाइन टिकट बुकिंग पोर्टल को भी अपग्रेड किया गया है, जिससे पर्यटक आसानी से बुकिंग कर सकें।

सुरक्षा के लिए ड्रोन से निगरानी
पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा, वन विभाग के कर्मचारी सुबह 4 बजे से ही गेट पर तैनात रहते हैं ताकि व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
यातायात और पार्किंग व्यवस्था
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए अवैध पार्किंग पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कारों पर ₹2,000
बसों पर ₹3,000 का जुर्माना लगाया जाएगा।
2.3 हेक्टेयर क्षेत्र में नया पार्किंग स्थल विकसित किया गया है।
गेट नंबर 5 के पास पेयजल और शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।

पर्यटन के आंकड़े
रविवार को जू सफारी और नेचर सफारी के पार्किंग क्षेत्र में 316 कारें, 46 बाइक, और 14 बसें पार्क की गईं।
विश्व शांति स्तूप में रोजाना लगभग 4,400 पर्यटक रोपवे के माध्यम से पहुंच रहे हैं।
दिसंबर में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है:
22 दिसंबर को नेचर सफारी में 1,404 और जू सफारी में 2,743 पर्यटक पहुंचे।
25 दिसंबर को नेचर सफारी में 1,370 और जू सफारी में 2,654 पर्यटकों ने भ्रमण किया।
पर्यटकों से अपील
वन प्रमंडल पदाधिकारी ने पर्यटकों से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि ये सभी कदम राजगीर की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के उद्देश्य से उठाए गए हैं।
पर्यटकों से अनुरोध है कि:
नियमों का पालन करें।
स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें।
यह प्रयास राजगीर की खूबसूरती और सांस्कृतिक महत्व को बनाए रखने के लिए किए जा रहे हैं।
