पुत्र निकला मां-बाप का हत्यारा: पहचान छुपाने के लिए शवों को जलाया, जुए की लत बनी वजह

नालंदा जिले के छबिलापुर थाना क्षेत्र के दोगी गांव में 18 नवंबर को दंपति के अर्धजले शव उनके घर से बरामद किए गए थे। करीब एक महीने बाद पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है। इस हत्याकांड का आरोपी और कोई नहीं, बल्कि मृतक दंपति का बेटा विपिन कुमार है।
क्या है पूरा मामला?
राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी विपिन कुमार बी.फार्मा का छात्र है। उसे मोबाइल गेम और जुआ खेलने की लत थी। वह अपने माता-पिता से लगातार पैसे मांगता था, जिससे घर में अकसर विवाद होता रहता था।
18 नवंबर की सुबह विपिन ने अपने माता-पिता, विजय महतो और कांति देवी, को दवा और इंजेक्शन देकर मार डाला। इसके बाद उसने पहचान छुपाने के लिए उनके शवों को जला दिया।

पुलिस ने किया खुलासा
पुलिस जांच में यह सामने आया कि विपिन पढ़ाई के नाम पर अपने माता-पिता से पैसे लेता था, लेकिन उन पैसों को जुए और सट्टे में हार देता था। उसने गांव के अन्य लोगों से भी 2-3 लाख रुपए उधार ले रखे थे। इन कारणों से घर में तनाव और झगड़े होते रहते थे।
करंट लगने की झूठी कहानी बनाई
18 नवंबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि दोगी गांव में करंट लगने से एक दंपति की जलकर मौत हो गई है। जब पुलिस ने गहराई से जांच की, तो यह पता चला कि यह एक सुनियोजित हत्या का मामला है।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विपिन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसने हत्या के बाद घटना को करंट से जलने की घटना का रूप देने की कोशिश की और खुद ही प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई। पुलिस ने 19 नवंबर को अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसके बाद जांच में विपिन कुमार का नाम सामने आया।
जुए की लत बनी हत्या की वजह
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि विपिन अपने माता-पिता के विरोध से नाराज था। वह जुए में बड़ी रकम हार चुका था और इसी कारण उसने इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस ने विपिन कुमार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
