रासायनिक खाद को अलविदा, हरनौत में पांच दिवसीय प्रशिक्षण के बाद कृषि सखियां बनीं ‘प्रकृति दूत

हरनौत (नालंदा) : नालंदा जिले के हरनौत बाजार स्थित कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) में आयोजित राष्ट्रीय मिशन प्राकृतिक खेती (एनएमएनएफ) अंतर्गत कृषि सखियों का पाँच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शुक्रवार को संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर जिला कृषि पदाधिकारी डॉ. नितेश कुमार, केंद्र की वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सीमा कुमारी और उद्यान विभाग की वैज्ञानिक सह प्रशिक्षण की समन्वयक कुमारी विभा रानी ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षुओं को प्रमाणपत्र प्रदान किया। केंद्र की वरीय वैज्ञानिक श्रीमती सिन्हा ने जानकारी दी कि प्रशिक्षण में कुल 28 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
उन्हें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं पर जोर देते हुए प्राकृतिक खेती की तकनीकों से अवगत कराया गया। इस दौरान जीवामृत, बीजामृत, घन जीवामृत, अग्न्यास्त्र और ब्रह्मास्त्र जैसी प्राकृतिक खेती की विधियों का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य रासायनिक खाद और कीटनाशक रहित खेती को बढ़ावा देना तथा प्रशिक्षु महिलाओं को अपने-अपने गांवों में किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रेरित करने वाली मार्गदर्शक बनाना है।
कार्यक्रम में अग्रणी जिला प्रबंधक (डीडीएम) नाबार्ड अमृत कुमार वर्णवाल, जिला कृषि परामर्शी पुरुषोत्तम कुमार और प्लांट पैथोलॉजी विभाग के वैज्ञानिक डॉ. उदय प्रकाश नारायण समेत अन्य विशेषज्ञ भी मौजूद थे।