ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र द्वारा आयोजित राजयोग सत्र में बच्चों को मिली सकारात्मक सोच की दिशा

नालंदा : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र, राजगीर द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, चोरसुआ में राजयोग मेडिटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में तनाव से मुक्त रहने, योग के लाभों, तथा परमात्मा से जुड़ने के मार्गों की जानकारी दी गई। साथ ही, अपने कार्य, राष्ट्र और कर्तव्य के प्रति निष्ठावान बने रहने के मूल्य भी सिखाए गए।
विद्यालय के निदेशक श्री सोनू कुमार सक्सेना एवं शिक्षक श्री रोहित कुमार ने मेडिटेशन सत्र का संचालन करने आईं ब्रह्माकुमारी बहनों का पौधा भेंट कर स्वागत किया।
ब्रह्माकुमारी ज्योति, पूनम, उर्मिला एवं स्नेहा बहन ने मेडिटेशन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “मेडिटेशन का मूल उद्देश्य स्वयं को पहचानना है। अपने अंदर पल रही बुराइयों को समाप्त करना ही सच्चे मेडिटेशन की आधारशिला है।”
कार्यक्रम के दौरान बच्चों में देशभक्ति की भावना जागृत करने के उद्देश्य से “एक दुलारा, देश हमारा, प्यारा हिंदुस्तान” गीत का समूह गान भी कराया गया। साथ ही, बहनों ने बच्चों को सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए प्रेरित किया।
पूनम बहन ने बताया, “हमारे शरीर में सकारात्मक सोचने की ऊर्जा एक बैटरी की तरह होती है, जिसे मेडिटेशन से चार्ज किया जा सकता है। इससे हमारा शरीर और मन दोनों प्रकाशमान रहते हैं।”
इस अवसर पर अमरेंद्र कुमार, विशेश्वर दास, विभा कुमारी, सरोज कुमारी, ऊषा कुमारी, रामचंद्र प्रसाद एवं उमेश प्रसाद ने भी अपने विचार व्यक्त किए।