बरकी अमर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में खाना खाने से दो बच्चों की तबीयत खराब, एक किशोरी की इलाज के दौरान मौत

नालंदा जिले के कल्याण बीघा ओपी क्षेत्र स्थित बरकी अमर गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में सोमवार को खाना खाने के बाद दो बच्चों की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इनमें से एक किशोरी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि एक किशोर का इलाज जारी है।
क्या है मामला?
गांव निवासी नीतीश कुमार के पुत्र करण कुमार (10 वर्ष) और पुत्री क्रांति कुमारी (12 वर्ष) रोज की तरह सोमवार को गांव के आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने गए थे। पढ़ाई के बाद दोपहर 1 बजे आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को खाना परोसा गया। खाना खाने के बाद दोनों बच्चे घर लौटे, लेकिन कुछ समय बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। दोनों को उल्टी और दस्त की शिकायत हुई।

इलाज के लिए किया गया अस्पताल में भर्ती
आनन-फानन में परिजनों ने दोनों बच्चों को हरनौत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें बिहार शरीफ सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान सोमवार शाम करीब 6 बजे क्रांति कुमारी ने दम तोड़ दिया। करण कुमार का इलाज अभी जारी है।

परिजनों का बयान
मृतक किशोरी के पिता नीतीश कुमार ने बताया कि उनके दोनों बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने जाते थे। रोज की तरह सोमवार को भी खाना खाने के बाद वे घर लौटे। लेकिन खाना खाने के कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत खराब हो गई। इलाज के दौरान उनकी बेटी क्रांति कुमारी की मौत हो गई, जबकि बेटा करण कुमार का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।
प्रशासन की चुप्पी और सवाल
घटना के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। परिजन और ग्रामीण आंगनबाड़ी केंद्र में दिए गए भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, इस मामले में स्थानीय प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग की ओर से अब तक कोई ठोस बयान नहीं आया है।
संपूर्ण जांच और कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही, आंगनबाड़ी केंद्र में परोसे जा रहे भोजन की नियमित जांच और निगरानी सुनिश्चित करने की अपील की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
