राष्ट्रीय किसान मेला में सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र की अनूठी कलाकृति, ‘हर भारतवासी के थाल में बिहार का एक व्यंजन’ संदेश से किसानों को किया जागरूक

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मोतीहारी/भागलपुर: बीएयू परिसर में 11 मार्च से शुरू हुए राष्ट्रीय किसान सम्मेलन सह किसान मेला 2025 में देशभर के किसानों और कृषि विशेषज्ञों का जमावड़ा देखने को मिला। इस मौके पर चंपारण निवासी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार ने अपनी अनूठी रेत कला के माध्यम से बिहार की कृषि विरासत और जीआई (गैग्राफिकल इंडिकेशन) टैग प्राप्त उत्पादों को प्रमुखता से उकेरा।

सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र ने 24 घंटे की कठिन मेहनत से एक ट्रक रेत पर 10 फीट ऊंची विशाल आकृति बनाकर उसमें लिखा ‘हर भारतवासी के थाल में बिहार का एक व्यंजन’। उनकी इस अनूठी कलाकृति ने महोत्सव में आए किसानों, कृषि वैज्ञानिकों और गणमान्य लोगों का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने अपनी कलाकृति के माध्यम से बिहार के किसानों के लिए खुशी और गर्व का संदेश दिया।

इस कलाकृति में मधुरेंद्र ने भागलपुर के सबौर में स्थित कृषि विश्वविद्यालय की शानदार तस्वीर को उकेरा है। साथ ही, बिहार के विशिष्ट कृषि उत्पादों मिथिला मखाना, मगही पान, भागलपुरी जर्दालू आम, शाही लीची और कतरनी चावल को प्रदर्शित कर यह संदेश दिया कि बिहार की ये अमूल्य धरोहर अब वैश्विक पहचान प्राप्त कर रही हैं।

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उनकी यह रेत कलाकृति राष्ट्रीय किसान मेला 2025 का सबसे बड़ा आकर्षण बनी हुई है। लोग इसे देखकर मंत्रमुग्ध हो रहे हैं और इस अद्भुत कृति के साथ सेल्फी लेने से खुद को रोक नहीं पा रहे। उनकी इस रचना की सराहना कार्यक्रम में उपस्थित बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति डॉ. डी.आर. सिंह, निदेशक प्रसार डॉ. आर.के. सुहाने, अन्य वरीय अधिकारी और हजारों किसानों ने की।

गौरतलब है कि मधुरेंद्र कुमार अपनी सैंड आर्ट के माध्यम से महत्वपूर्ण तिथियों, प्राकृतिक आपदाओं और समाज से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर अपनी रचनात्मक कला के जरिए संदेश देते रहते हैं। उनकी अनूठी कला राज्य के हर बड़े समारोह से लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों तक अपनी पहचान बना चुकी है।

इस अवसर पर मधुरेंद्र ने कहा कि बिहार के उत्पादों को जीआई टैग मिलना यहां के किसानों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने इस उपलब्धि को अपनी रेत कला में सजीव करते हुए किसानों को जागरूक करने और बिहार की विरासत को आगे बढ़ाने का संदेश दिया। साथ ही, उन्होंने अपने प्रशंसकों और किसानों को होली की शुभकामनाएं भी दीं।

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