नालंदा के दमकल कर्मियों को मिला सुरक्षा कवच: बिंद में बनेगा नालंदा का चौथा फायर स्टेशन

नालंदा जिले में दमकल कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 50 प्रॉक्सिमिटी सूट-बूट किट वितरित किए गए हैं। ये अग्निरोधी सूट दमकल कर्मियों को आग की तीव्र लपटों से बचाने और उनके कार्य को अधिक सुरक्षित बनाने में मदद करेंगे। पहले चरण में बिहारशरीफ के 20, राजगीर के 15, और हिलसा के 15 दमकल कर्मियों को ये सूट प्रदान किए गए हैं। दूसरे चरण में शेष कर्मियों को यह सुविधा दी जाएगी।
प्रॉक्सिमिटी सूट: दमकल कर्मियों के लिए सुरक्षा कवच
प्रॉक्सिमिटी सूट को विशेष रूप से उच्च तापमान और तीव्र आग की स्थितियों में सुरक्षा के लिए डिजाइन किया गया है। सहायक जिला अग्निशमन पदाधिकारी अरविंद प्रसाद ने बताया कि ये सूट दमकल कर्मियों को आग की लपटों के बीच सुरक्षित रहते हुए काम करने की सुविधा प्रदान करेंगे। पहले, दमकल कर्मियों को आग बुझाने के दौरान गंभीर जोखिम का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब यह समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी।
बिंद में बनेगा चौथा फायर स्टेशन
नालंदा जिले में वर्तमान में तीन फायर स्टेशन – बिहारशरीफ, राजगीर और हिलसा – कार्यरत हैं। अब चौथे फायर स्टेशन को बिंद में स्थापित करने का प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है। नए फायर स्टेशन के बनने से जिले के सभी हिस्सों में आग की घटनाओं पर बेहतर नियंत्रण संभव होगा।
जिले में अग्निशमन सेवाओं की स्थिति
2024 में नालंदा जिले में लगभग 200 अगलगी की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से:
- बिहारशरीफ अनुमंडल में: 100 घटनाएं
- राजगीर में: 40 घटनाएं
- हिलसा में: 70 घटनाएं
इसके अलावा, जिले के 19 थानों में एक-एक छोटा अग्निशमन वाहन और दो दमकल कर्मी तैनात किए गए हैं।
आधुनिक अग्निशमन सेवाओं की दिशा में कदम
नालंदा जिले में अग्निशमन सेवाओं को आधुनिक बनाने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सभी दमकल वाहनों में जीपीएस लगाने की व्यवस्था।
- फायर स्टेशनों को इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) से जोड़ना।
- मुख्यालय से जिले को तीन नए दमकल वाहन उपलब्ध कराए गए हैं।
ये प्रयास न केवल दमकल कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, बल्कि उनकी कार्यक्षमता में भी सुधार करेंगे। साथ ही, जिले में आग की घटनाओं पर त्वरित प्रतिक्रिया और बेहतर नियंत्रण सुनिश्चित होगा। यह पहल नालंदा में अग्निशमन सेवाओं को और अधिक प्रभावी और आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
