राष्ट्रीय कुंवर सेना द्वारा महाराणा प्रताप जयंती समारोह भव्य रूप से आयोजित

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आरा (बिहार) : राष्ट्रीय कुंवर सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मल सिंह शकरवार के संयोजन एवं अध्यक्षता में आरा नगर के आवासीय कार्यालय परिसर, बैंक कॉलोनी, बलुअहिया अहीरपुरवा में महावीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। यह दिवस शौर्य, पराक्रम, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के लिए समर्पण की भावना के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत महाराणा प्रताप के तैलचित्र पर माल्यार्पण, पुष्पांजलि और दीप प्रज्वलन के साथ की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय कुंवर सेना के संस्थापक स्वर्गीय सर्वेश्वर पांडेय के सुपुत्र मनीष पांडेय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय कुंवर सेना के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र सिंह तोमर ने किया, जबकि कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता आर. के. कौशल उर्फ पप्पू यादव ने किया।

इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही, जिनमें संरक्षक कन्हैया सिंह महाप्रभू, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. रघुवर प्रसाद चंद्रवंशी, अखिल भारतीय यादव महासभा के जिलाध्यक्ष राम सकल सिंह भोजपुरिया, वार्ड पार्षद प्रयाग यादव, प्रदेश सचिव ठाकुर संजय सिंह, प्रदेश महासचिव जितेंद्र सिंह, मुन्ना सिंह, वरुण सिंह, प्रदेश सचिव रविंद्र रजक, हरेंद्र सिंह, जिलाध्यक्ष सह आसा पार्टी के प्रदेश महासचिव महंथ सिंह मुखिया, रौशन प्रसाद, अनिल कुमार सिंह, राजगुरु शशि त्रिपाठी, धर्म योद्धा एस. पी. सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री कालिका सिंह, प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय भारद्वाज और ठाकुर राजकिशोर सिंह शामिल रहे। सभी ने सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

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राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्मल सिंह शकरवार ने अपने संबोधन में कहा कि महाराणा प्रताप के स्वाभिमान और स्वतंत्रता के लिए सर्वस्व न्योछावर करने के जज्बे को आज के समय में आत्मसात करने की आवश्यकता है। जब बहुत से लोग गुलामी स्वीकार कर रहे थे, तब महाराणा प्रताप ने हर लोभ और संधि प्रस्ताव को नकारते हुए आज़ादी के लिए अपने परिवार, सुख-सुविधाएं और जीवन तक का त्याग किया। उन्होंने कहा कि आज जब हमारा देश युद्ध जैसे हालातों का सामना कर रहा है, तो हमें भी महाराणा प्रताप से प्रेरणा लेकर राष्ट्र की रक्षा के लिए तत्पर रहना चाहिए। जीवन में अवसर कम मिलते हैं जब ऐतिहासिक कार्यों में भागीदारी का अवसर मिलता है। महाराणा प्रताप की जयंती उनका भोग-विलास का नहीं, बल्कि आज़ादी के लिए संघर्षपूर्ण जीवन का स्मरण है।

इस कार्यक्रम में राम कुमार सिंह, अवधेश पांडेय, टुनटुन सिंह, भोला सिंह, युवा कुंवर सेना के वीर कुंवर, कोमल राज, बाबू सोनू, शेर टाइगर, बाबू शिव सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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