गिरियक में ‘मगध पुत्र’ मगही मूवी का हुआ शुभारंभ, अभिनेता गुंजन सिंह ने की पूजा-अर्चना

नालंदा, गिरियक : नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड अंतर्गत पावापुरी क्षेत्र के घोसरामा ग्राम स्थित दिनेश सिंह के आवास पर सोमवार को ‘मगध पुत्र’ मगही मूवी का भव्य शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मशहूर अभिनेता गुंजन सिंह ने माँ आशापुरी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर फिल्म की शुरुआत की।
गुंजन सिंह ने कही बड़ी बात
फिल्म शुभारंभ के मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिनेता गुंजन सिंह ने बताया कि यह फिल्म पूरी तरह मगही भाषा पर आधारित है। उन्होंने कहा कि, “अब तक दर्शक भोजपुरी और हिंदी फिल्मों को देखते आए हैं, लेकिन पहली बार मगही फिल्म ‘मगध पुत्र’ के रूप में हम आपके सामने एक अनोखा फ़िल्म करने जा रहे हैं। यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ मगध की संस्कृति और आवाज को बुलंद करेगी।”

गुंजन सिंह ने आगे कहा कि इस फिल्म में दर्शकों को सस्पेंस, थ्रिलर, एक्शन और रोमांच सबकुछ मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि दर्शक इस फिल्म को उतना ही प्यार देंगे जितना उन्होंने उनकी भोजपुरी फिल्मों को दिया है।
डायरेक्टर और टीम का बयान
फिल्म के डायरेक्टर अरविंद चौबे ने कहा कि गुंजन सिंह के साथ यह उनकी पहली मगही फिल्म है। उन्होंने कहा –
“गुंजन सिंह एक बेहतरीन कलाकार हैं, जिन्होंने अब तक कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया है। ‘मगध पुत्र’ उनके लिए भी एक नया और यादगार अनुभव साबित होगा।”
उन्होंने बताया कि यह फिल्म पूरी तरह से नालंदा और नवादा की धरती पर फिल्माई जा रही है, ताकि दर्शकों को मगध की असली झलक मिल सके। बहुत जल्द यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज कर दी जाएगी।

कार्यक्रम में जुटी भीड़
इस अवसर पर फिल्म के डायरेक्टर अरविंद चौबे, लेखक नन्हे पांडे, अभिनेता गुंजन सिंह, निर्माता दिनेश कुमार मंडल, अभिनेत्री आस्था सिंह, अभिनेता अनूप अरोरा, पूर्व प्रमुख अरविन्द सिंह, अभिलाषा होटल के संचालक अलोक सिंह, दिनेश सिंह, रोहितास्व, अर्चना कुमारी, स्वाति कुमारी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
साथ ही, आसपास के गांवों और क्षेत्र से आए सैकड़ों दर्शकों ने भी इस शुभारंभ कार्यक्रम में शिरकत की और फिल्म की सफलता की शुभकामनाएँ दीं।
मगध की आवाज़ बनेगी ‘मगध पुत्र’
‘मगध पुत्र’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि मगध की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सिनेमा के पर्दे पर जीवंत करने का प्रयास है। फिल्म के माध्यम से नालंदा-नवादा समेत पूरे मगध क्षेत्र की भाषा, लोकसंस्कृति और सामाजिक सरोकारों को प्रदर्शित किया जाएगा।