“शराबबंदी फेल है तो सार्वजनिक स्थान पर पीकर बताएं” – मंत्री रत्नेश सादा की विपक्ष को ललकार

हाजीपुर (वैशाली) : बिहार सरकार के मध्य निषेध एवं निबंधन मंत्री रत्नेश सादा शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र राघोपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए शराबबंदी को लेकर जागरूकता अभियान चलाया।
शराबबंदी पर विपक्ष को चुनौती
मंत्री रत्नेश सादा ने शराबबंदी को फेल बताने वालों को कड़ी चुनौती दी। उन्होंने कहा, “जो लोग शराबबंदी को असफल कहते हैं, वे सार्वजनिक स्थान पर शराब पीकर दिखाएं। अगर नाटक या हंगामा करेंगे, तो उनका क्या हाल होगा, यह वहीं पता चल जाएगा।”

सरकार की उपलब्धियां गिनाईं
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने बिहार सरकार की कई उपलब्धियों का जिक्र किया:
- पोषण अभियान: मंत्री ने कहा, “पहले बिहार में माता-पिता बच्चों को अंडा नहीं खिलाते थे। लेकिन नीतीश सरकार ने पूरे राज्य के बच्चों को अंडा उपलब्ध कराया है।”
- नौकरी में सुधार: उन्होंने कहा, “पहले अल्पसंख्यक और एससी-एसटी वर्ग को प्रतियोगिता के माध्यम से नौकरी नहीं मिल पाती थी। लेकिन नीतीश कुमार ने सर्टिफिकेट के आधार पर नौकरी देने की व्यवस्था की।”
- महिला सशक्तिकरण: मंत्री ने कहा, “2005 से पहले महिलाओं को कोई मौका नहीं दिया गया। लेकिन नीतीश सरकार ने महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं।”

लालू यादव के शासन पर हमला
मंत्री ने लालू प्रसाद यादव के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए कहा, “लालू राज में एससी, एसटी और अल्पसंख्यकों को न तो नौकरी मिली और न ही उन्हें मुखिया या वार्ड पार्षद बनने का अवसर मिला। उस समय उनके सर्टिफिकेट दीमक खा रहे थे।”
लोगों से अपील
मंत्री रत्नेश सादा ने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा, “लोग आपको कुछ भी बोलेंगे, लेकिन भ्रम में पड़ने की जरूरत नहीं है। बिहार सरकार लगातार राज्य के विकास के लिए काम कर रही है।”
हालांकि, कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शराबबंदी को लेकर जागरूकता फैलाना था, लेकिन मंत्री ने इसे सरकार की उपलब्धियों का प्रचार मंच बना दिया।
