पटना में एनकाउंटर: कुख्यात गैंगस्टर अजय राय ढेर, STF इंस्पेक्टर घायल

पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र के संजय नगर रोड नंबर 10 में शुक्रवार रात STF (स्पेशल टास्क फोर्स) और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात अपराधी अजय राय उर्फ काका मारा गया। मुठभेड़ के दौरान दोनों ओर से 12 राउंड से अधिक फायरिंग हुई। इस घटना में STF के इंस्पेक्टर दिवाकर भी घायल हो गए, जिनका इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है।
सूचना और मुठभेड़ की शुरुआत
STF को जानकारी मिली थी कि छपरा जिले का कुख्यात अपराधी अजय राय पटना के संजय नगर इलाके में नाम बदलकर रह रहा है। वह खुद को बिजली ठेकेदार बताकर आकाश यादव के नाम से 9 दिसंबर को सविता देवी के मकान में किरायेदार बना था। अजय राय के साथ मो. साहिल और विकास नाम के दो अन्य अपराधी भी मौजूद थे।
शुक्रवार रात STF की टीम ने मकान की घेराबंदी की और अजय राय को सरेंडर करने को कहा। इस पर अजय ने पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में STF ने मोर्चा संभाला, जिसमें अजय को चार गोलियां लगीं। गंभीर हालत में उसे NMCH ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मौके से बरामदगी
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने घटनास्थल से: पिस्टल, मोबाइल फोन, 8-10 खोखे, अपराधियों के कपड़े और अन्य सामान
बरामद किए हैं।
अजय राय का आपराधिक इतिहास
STF के DIG विवेकानंद ने बताया कि अजय राय का आपराधिक इतिहास बेहद लंबा रहा है। उसके खिलाफ सारण, हरियाणा समेत कई जिलों में बैंक डकैती, अपहरण और लूट के कई मामले दर्ज थे।
वह पहले चंदन सोनार गैंग का सदस्य था, जो अपहरण और फिरौती के लिए कुख्यात है।
इस गैंग ने दमन-दीव के एक कारोबारी को अपहरण कर छपरा में रखा था और 9 करोड़ रुपये की फिरौती वसूली थी।
तीन साल पहले अजय राय ने अपना अलग गैंग बनाया था।

छिपने के लिए नाम बदला
पुलिस से बचने के लिए अजय राय बार-बार अपना ठिकाना बदलता रहा। पटना में उसने नाम बदलकर खुद को आकाश यादव बताया और बिजली का ठेकेदार बनकर रह रहा था। उसने 10 दिसंबर से मकान में रहना शुरू किया था।
STF की बड़ी सफलता
लंबे समय से वांछित अजय राय का एनकाउंटर STF की बड़ी सफलता मानी जा रही है। DIG विवेकानंद ने कहा कि अजय राय के मारे जाने से अपराध जगत को बड़ा झटका लगा है।
