बिहार बंद के दौरान तोड़फोड़: पप्पू यादव पर केस दर्ज, 15 उपद्रवी हिरासत में

पूर्व सांसद पप्पू यादव ने BPSC 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 12 जनवरी को बिहार बंद बुलाया, जिसका असर पटना, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, कटिहार सहित कई जिलों में दिखा। बंद के दौरान हुई तोड़फोड़ और हिंसा के आरोप में पप्पू यादव और उनके समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। 15 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है।
पटना के अशोक राजपथ पर प्रदर्शनकारियों ने जबरन दुकानें बंद करवाईं। लाठी-डंडों से दुकानदारों को धमकाया गया और विरोध करने वालों के साथ मारपीट हुई। डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर सड़क जाम करने की कोशिश की। मेट्रो निर्माण में लगी एक हाईवा गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया गया।

कटिहार में बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दी और एक राहगीर युवक के साथ मारपीट की। समस्तीपुर में कार्यकर्ताओं ने समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेल खंड पर रेल लाइन जाम कर दी, जिससे वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस और कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन को रोका गया।
पप्पू यादव पटना स्थित अपने आवास से निकलकर इनकम टैक्स गोलंबर और डाक बंगला चौराहे पर प्रदर्शनकारियों के साथ शामिल हुए। उन्होंने कहा, “जिसने छात्रों पर लाठी चलाई, जिसने दलाली की, वे सब मरेंगे।” उन्होंने छात्रों के समर्थन में BPSC को जिम्मेदार ठहराया।
गुरु रहमान ने BPSC की ओर से माफी मांगने के नोटिस को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि वे छात्रों के हित में जेल जाने को तैयार हैं और री-एग्जाम की मांग जारी रखेंगे।

प्रशांत किशोर का आमरण अनशन रविवार को 11वें दिन भी जारी रहा। BPSC परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर अनशन कर रहे प्रशांत किशोर ने तबीयत बिगड़ने पर 7 जनवरी को अस्पताल में भर्ती होने के बाद भी आंदोलन खत्म करने से इनकार कर दिया।
पटना पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है और बंद के दौरान गिरफ्तार 15 लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है।