श्रद्धा और भक्ति के रंग में रंगा बेलदरिया गांव, शिव नाम के जयघोष से गूंजा क्षेत्र

गिरियक प्रखंड के बेलदरिया गांव स्थित सत्यलोक स्थान में सुख, समृद्धि और शांति के लिए बुधवार को 24 घंटे के अखंड कीर्तन की शुरुआत की जाएगी। इस पावन अवसर पर 551 कलश के साथ भव्य कलश शोभा यात्रा निकाली गई, जिसमें बैंड-बाजे और श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो उठा।
कलश शोभा यात्रा का भव्य आयोजन
कलश शोभा यात्रा की शुरुआत सत्यलोक मंदिर से हुई, जो पहले गांव के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करते हुए करमपुर, दौलाचक, पावापुरी होते हुए दुर्गा घाट (पंचाने नदी) तक पहुंची। इस दौरान श्रद्धालुओं ने लगभग 4 किलोमीटर पैदल यात्रा की। घाट पर सभी श्रद्धालुओं ने विधिपूर्वक कलश में पवित्र जल भरा और पुनः सत्यलोक मंदिर पहुंचे। इस शोभायात्रा में महिलाओं, पुरुषों और बच्चों सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यात्रा के दौरान पूरे इलाके में “जय शिव शंकर, जय सियाराम” के जयघोष गूंजते रहे।

अखंड कीर्तन और वेदी पूजन
कलश यात्रा के बाद श्रद्धालु पवित्र जल लेकर शिव मंदिर पहुंचे, जहां जल को स्थापित किया गया। इसके उपरांत वेदी पूजन का शुभारंभ पुरोहित वेदानंद मिश्रा के मार्गदर्शन में पुजारी श्रवण चौहान द्वारा कराया गया। वैदिक मंत्रोच्चार और भक्तिमय वातावरण ने पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
अखंड कीर्तन का महत्व
अखंड कीर्तन का शुभारंभ बुधवार सुबह 8 बजे किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। आयोजन समिति के प्रमुख अजय यादव ने बताया कि अखंड कीर्तन से क्षेत्र में सुख, समृद्धि और शांति की स्थापना होती है। इसके माध्यम से भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न कर धन, वैभव और ऐश्वर्य की प्राप्ति का मार्ग खुलता है।

पुजारी श्रवण चौहान ने अखंड कीर्तन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इसके आयोजन से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में लखन यादव, श्रवण चौहान सहित अन्य श्रद्धालु एवं समस्त ग्रामीणों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अखंड कीर्तन का यह आयोजन पूरे क्षेत्र में भक्तिभाव और आध्यात्मिकता का संचार कर रहा है। श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति ने इसे एक भव्य धार्मिक महोत्सव का रूप दे दिया है, जिससे पूरा वातावरण शिवमय और मंगलमय हो गया है।
