अब नहीं तो कब बनेगा पुल, जनता का सब्र हो रहा है फुल : चैंबर

बिहार शरीफ (नालंदा) : स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत बिहार शरीफ टाउन में बन रहे पुल के निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताओं को लेकर नालंदा चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज़ की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष अनिल कुमार अकेला ने की। उन्होंने कहा कि एल.आई.सी. ऑफिस से मेहर पर तक बन रहे पुल के निर्माण में नियम-कानूनों की खुली अवहेलना की जा रही है। पुल निर्माण स्थल पर डिस्प्ले बोर्ड लगाया जाना अनिवार्य होता है, जिसमें लागत, विभाग, ठेकेदार/फर्म का नाम और कार्यावधि का उल्लेख होता है। लेकिन यहाँ ऐसा कोई बोर्ड नहीं लगाया गया।
उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य लगभग तीन वर्षों से बेहद धीमी गति से चल रहा है। नगर निगम की ओर से समय-समय पर अलग-अलग घोषणाएँ की जाती रही हैं। हाल ही में 15 अगस्त को पुल चालू करने की बात अखबारों में प्रकाशित हुई थी, लेकिन अब तक काम पूरा नहीं हुआ।

ट्रैफिक निवारण समिति के संयोजक दीपक कुमार ने कहा कि पुल निर्माण में सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी हो रही है। बाजार क्षेत्र में पुल बनने पर आम जनता और दुकानदारों की सुविधा का ध्यान रखा जाना चाहिए, लेकिन यहाँ उल्टा उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस लापरवाही से किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
संगठन के सचिव डॉ. विपिन कुमार सिन्हा ने कहा कि जिला प्रशासन के नियमों का पालन संबंधित पदाधिकारी नहीं कर रहे हैं। इससे व्यापारियों में गहरा आक्रोश है और उनकी दुकानदारी व बाजार की आमदनी पर बुरा असर पड़ा है।
चैंबर के मनीष चंद्र ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि जिला प्रशासन ने तुरंत ध्यान नहीं दिया तो व्यवसाई संगठित होकर आंदोलन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इस विषय पर विभाग के प्रधान सचिव, नालंदा डीएम और नगर आयुक्त बिहार शरीफ को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके उपरांत 31 दिसंबर (रविवार) को व्यापारियों की एक बड़ी बैठक कर आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।
बैठक में उपाध्यक्ष सुरेश प्रसाद, कोषाध्यक्ष सच्चिदानंद गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष नालंदा जिला खुदरा व्यावसायिक संघ शिवकुमार गुप्ता, तथा संजीत कुमार उर्फ बबलू जी, बबलू गुप्ता, उमेश कुमार, किशोर कुणाल, संजय चंद्रवंशी, सनी कुमार, शशि भूषण गुप्ता, विनय कुमार झंकार, विवेक कुमार, भोला बाबू, मुकेश कुमार मोदी, रमेश कुमार समेत कई सदस्यों ने सुझाव दिया और अपनी बात रखी।