गिरियक प्रखंड के कालीबिघा गांव में प्रोफेसर का आकस्मिक निधन, क्षेत्र में शोक की लहर

गिरियक (नालंदा) : गिरियक प्रखंड क्षेत्र के कालीबिघा गांव में एक बुजुर्ग का आकस्मिक निधन हो गया, जिससे पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। इस दुखद घटना से रैतर पंचायत में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
कालीबिघा गांव निवासी पच्चु यादव के 85 वर्षीय पुत्र, डॉ. रामेश्वर प्रसाद यादव, जो बोधगया विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान (केमिस्ट्री) के प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे, का आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर से शोकाकुल परिवार, ग्रामीणों और छात्रों में गहरा दुख व्याप्त हो गया।
ग्रामीणों में बजरंगी यादव, सिद्धेश्वर यादव, बबलू यादव, दशरथ यादव और इंद्रदेव यादव ने बताया कि डॉ. यादव ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। उनके मार्गदर्शन में शिक्षित छात्र आज देश के विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं। उनके निधन को क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति बताया गया।
गांव के लोगों ने उनके तैलीय चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। लोगों का कहना है कि शिक्षा जगत में उनके योगदान की भरपाई कभी नहीं हो सकेगी।
