अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव में सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र हुए सम्मानित

गया/मोतिहारी : बोधगया के कालचक्र मैदान में आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव का भव्य समापन रविवार को हुआ। इस अवसर पर अपनी अद्वितीय रेत कला के लिए विश्वविख्यात सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को जिला प्रशासन गया द्वारा अंतरराष्ट्रीय बौद्ध महोत्सव स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
मुख्य मंच पर उप विकास आयुक्त सह जिला पार्षद के कार्यपालक पदाधिकारी नवीन कुमार और नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने संयुक्त रूप से उन्हें यह सम्मान प्रदान किया।
बिहार का गौरव बने मधुरेंद्र
पूर्वी चंपारण जिले के घोड़ासहन प्रखंड के बिजबनी गांव के रहने वाले मधुरेंद्र कुमार अपनी रेत कलाकृतियों के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त कर चुके हैं। वे देश-विदेश में हुई प्राकृतिक घटनाओं, महापुरुषों की जयंती व पुण्यतिथियों, समसामयिक मुद्दों और सरकारी कल्याणकारी योजनाओं पर अपनी विशेष कलाकृतियों के माध्यम से समाज को सकारात्मक संदेश देते हैं।
मधुरेंद्र ने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल किए हैं, जिनमें अंतरराष्ट्रीय सैंड आर्ट फेस्टिवल अवॉर्ड, वैश्विक शांति सम्मान, राष्ट्रपति कलाम यूथ अवॉर्ड, भारत-नेपाल मैत्री सम्मान, चंपारण रत्न, बिहार गौरव, आम्रपाली सम्मान और मगध रत्न जैसे सैकड़ों सम्मान शामिल हैं।
अब्दुल कलाम ने की थी सराहना
मधुरेंद्र की कला की प्रशंसा वर्ष 2012 में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भी की थी। वे बिहार लोकसभा चुनाव 2019, बिहार विधानसभा 2020 और स्वच्छ सर्वेक्षण 2021-22 के ब्रांड एंबेसडर रह चुके हैं। वर्ष 2023 में उनका नाम बिहार की महान हस्तियां बुक में भी दर्ज हुआ।
सम्मान पर मिली बधाइयां
कार्यक्रम में कला पदाधिकारी सुरभि बाला, सुधीर कुमार पांडेय, सुरेंद्र कुमार, रौशन कुमार और अरुण कुमार सहित विभिन्न देशों के बौद्ध प्रतिनिधियों, राजनैतिक हस्तियों और स्थानीय लोगों ने सैंड आर्टिस्ट मधुरेंद्र कुमार को सम्मान मिलने पर बधाई दी।
