RMP चिकित्सकों ने मनाया कारगिल विजय दिवस, शहीदों को दी श्रद्धांजलि, कारगिल के वीरों को नालंदा से सलामी

बिहार शरीफ (नालंदा) : नालंदा स्थित संघ कार्यालय में ग्रामीण मेडिकल प्रैक्टिशनरों द्वारा कारगिल विजय दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व संघ के महासचिव डॉ. विपिन कुमार सिन्हा ने किया।
कार्यक्रम की शुरुआत हरदेव चौक पर शहीद हरदेव प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए की गई। इसके पश्चात संघ कार्यालय में आयोजित सभा में उपस्थित सदस्यों को संबोधित करते हुए डॉ. सिन्हा ने कहा कि 26 जुलाई 1999 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए कारगिल की ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहराया था। इसी युद्ध के दौरान नालंदा के वीर सपूत शहीद हरदेव प्रसाद ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने पाकिस्तानी सेना को LOC पर पैर रखने नहीं दिया। उन्हीं के सम्मान में इस स्थान का नाम हरदेव चौक रखा गया।

इस अवसर पर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष अनिल कुमार अकेला ने कहा कि जनजीवक संघ द्वारा हर वर्ष कारगिल विजय दिवस पर वीर शहीदों को नमन किया जाता है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कारगिल की सफलता का श्रेय हमारे जांबाज़ सैनिकों को जाता है, जिन्होंने दुश्मनों को करारी शिकस्त देकर गौरवमयी इतिहास रचा। आज कारगिल शहीद दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देना हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है।
इसके बाद सभी सदस्यों ने हाथों में तिरंगा लेकर कारगिल चौक तक मार्च निकाला। वहाँ आतिशबाज़ी के साथ शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। “हरदेव तेरा बलिदान, याद रखेगा हिंदुस्तान”, “देश के गद्दारों को जूता मारो”, “भारत माँ के चार सिपाही – हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई”, “कारगिल तो एक झांकी है, POK लेना अभी बाकी है”, “POK हिंदुस्तान का है, किसी के बाप का नहीं”, “भारतीय सेना जिंदाबाद”, “BSF जिंदाबाद” जैसे नारों से माहौल देशभक्ति से गूंज उठा।

इस अवसर पर संघ के प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. दीनानाथ वर्मा, डॉ. अनिल प्रसाद, डॉ. शशिकांत सिंह, अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार, सचिव डॉ. संजय कुमार, डॉ. श्याम किशोर प्रसाद, डॉ. नवीन कुमार, डॉ. निसार अहमद, डॉ. जिया उल हक, डॉ. शशि भूषण प्रसाद, डॉ. किशोरी प्रसाद, डॉ. ओम प्रकाश प्रसाद, आशा सिंह, सुनीता सिंह, सीमा कुमारी सहित सैकड़ों आरएमपी सदस्य उपस्थित थे।
यह आयोजन शहीदों के प्रति श्रद्धा, राष्ट्रभक्ति और भारतीय सेना के प्रति सम्मान व समर्थन का प्रतीक बनकर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
