रेलवे ने रात में बंद किया फाटक, स्थानीय लोगों में आक्रोश, अंडरपास निर्माण की मांग

सड़क बंद होने से 30 हजार की आबादी होगी प्रभावित
बिहार शरीफ (नालंदा) : बख्तियारपुर-रजौली फोरलेन पर स्थित पावापुरी रोड स्टेशन के निकट विजवनपर रेलवे ओवरब्रिज के पास बने फाटक को बुधवार आधी रात अचानक बंद कर दिया गया। रेलवे प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के सड़क पर बड़े-बड़े स्लैब रखकर आवागमन रोक दिया, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया।
मशीनों की आवाज से जागे लोगों ने जब देखा कि सड़क को अवरुद्ध किया जा रहा है, तो उन्होंने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हंगामे के बाद स्लैब के एक हिस्से को हटा दिया गया, जिससे आवागमन आंशिक रूप से बहाल हो सका।

स्थानीय लोगों का आरोप: बिना अंडरपास निर्माण के फाटक बंद करना तानाशाही
श्रीकांत पांडे, नागेंद्र कुमार सिंह समेत अन्य स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन के इस कदम की कड़ी आलोचना की। उनका कहना है कि बिना अंडरपास बनाए फाटक बंद करना तानाशाही रवैया है। इस फैसले से बच्चों, बुजुर्गों, मरीजों और रोज़मर्रा के यात्रियों को भारी परेशानी होगी।
अगर कोई आपातकालीन स्थिति उत्पन्न होती है, तो मरीजों को अस्पताल पहुंचाने में 10 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा। दमकल गाड़ियों को भी आग बुझाने के लिए लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा। रोज़गार और व्यापार के सिलसिले में बिहारशरीफ जाने वाले हजारों लोग प्रभावित होंगे।
स्थानीय लोगों की मांग है कि पहले अंडरपास का निर्माण कराया जाए, फिर फाटक को बंद किया जाए।

30 हजार की आबादी होगी प्रभावित
फाटक के बंद होने से बिहारशरीफ नगर निगम के वार्ड नंबर 50 समेत कई गांवों के लोगों को दिक्कत होगी। विजवनपर मोहल्ला तीन हिस्सों में बंट जाएगा, जिससे लोगों को दोपहिया और चारपहिया वाहनों से 5-6 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा।
पावापुरी रोड रेलवे स्टेशन से यात्रा करने वाले देवीसराय, किसान बाग, बैंक कॉलोनी, मेहरपर, सिपाह, पहाड़पुर, राणा बीघा, देवधा, महानंदपुर, कासिमचक, श्रीरामनगर, कोरई गंगाबीघा, पचौरी, लाखरावां, सकरौल, मेहनौर, फतेहअली, तुंगी समेत अन्य गांवों के हजारों यात्री भी इससे प्रभावित होंगे।
पटना और राजगीर जाने वाले यात्रियों को पावापुरी रेलवे हाल्ट तक पहुंचने के लिए 10 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर तय करना पड़ेगा।
सांसद ने दिलाया समाधान का भरोसा
स्थानीय लोगों ने इस मुद्दे को नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार के समक्ष उठाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को रेल मंत्रालय तक पहुंचाएंगे और जल्द समाधान की कोशिश करेंगे।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सदर एसडीओ काजले वैभव नितिन ने कहा कि उन्हें रेलवे द्वारा फाटक बंद करने की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। मामले की जांच कर विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
आरपीएफ इंस्पेक्टर जवाहर लाल ने बताया कि एनएच-20 पर रेलवे ओवरब्रिज पूरी तरह चालू हो गया है, जिसके बाद रेलवे से फाटक बंद करने के आदेश मिले थे। बुधवार रात रेलवे अधिकारियों और आरपीएफ की टीम ने फाटक बंद कर दिया, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे फिर खोल दिया। रेलवे प्रशासन फिर से फाटक को स्थायी रूप से बंद करने के लिए कदम उठा रहा है।
