बड़गांव दलित बस्ती में जनसंपर्क अभियान, डॉ. अमित कुमार पासवान ने दलितों के हक और अधिकारों की आवाज बुलंद की

नालंदा: प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के समीप बड़गांव की दलित बस्ती में जाकर जनसूराज के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अमित कुमार पासवान ने दलित युवाओं एवं महिलाओं को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के मूल मंत्र – “शिक्षित बनो, संगठित हो, संघर्ष करो” का संदेश दिया।
78 साल बाद भी दलित बस्ती बुनियादी सुविधाओं से वंचित
डॉ. पासवान ने कहा कि आजादी के 78 साल बाद भी इस गांव के दलित परिवारों को किसी भी प्रकार की बुनियादी सुविधाओं का लाभ नहीं मिला है। यहां लगभग 100 मांझी परिवार रहते हैं, लेकिन अधिकांश मकान अब भी मिट्टी और फूस की झोपड़ियों में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि नालंदा में विकास के नाम पर गरीबों, मजदूरों, शोषितों और पीड़ितों को सिर्फ ठगा गया है।
2025 में डबल इंजन सरकार को सत्ता से हटाने का आह्वान
डॉ. पासवान ने लोगों को एकजुट होकर संघर्ष करने और अपने अधिकारों के लिए लड़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार गरीबों के विकास में पूरी तरह विफल रही है, इसलिए आगामी 2025 के विधानसभा चुनाव में इसे सत्ता से उखाड़ फेंकना जरूरी है। उन्होंने जनसूराज के सिद्धांतों पर चलकर बिहार में स्वच्छ, सुंदर और जनता की भागीदारी वाली सरकार बनाने का संकल्प लेने की अपील की।
11 अप्रैल को बाबा साहब की जयंती पर पटना चलने का आह्वान
डॉ. पासवान ने सभी दलित समुदाय के लोगों से 11 अप्रैल को बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पटना पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक समारोह नहीं, बल्कि अधिकारों की लड़ाई का प्रतीक होगा।
संगठन में रही कई प्रमुख हस्तियां
इस अवसर पर राहुल डेविड, राहुल राज, विनोद कुमार, राजकुमार मिश्रा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे, जिन्होंने जनसूराज आंदोलन को मजबूत करने और दलित समुदाय को संगठित करने का संकल्प लिया।
