प्रधानमंत्री ने किया वैशाली–कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन का शुभारंभ

नालंदा/बोधगया : पूर्व मध्य रेलवे द्वारा वैशाली से कोडरमा तक बौद्ध सर्किट ट्रेन का परिचालन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोधगया से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुरू किया। इसके बाद नालंदा स्टेशन पर दानापुर मंडल के डीएमई प्रियांशु ने ट्रेन को रवाना किया।
इस अवसर पर प्रियांशु ने कहा कि यह विशेष ट्रेन बौद्ध धर्म अनुयायियों और पर्यटकों को भगवान बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण स्थलों की यात्रा कराएगी। ट्रेन बिहार के प्रमुख बौद्ध स्थलों – वैशाली, पटना, नालंदा, राजगीर, गया होते हुए कोडरमा तक जाएगी। उन्होंने बताया कि पूर्व मध्य रेल द्वारा संचालित यह ट्रेन न केवल बौद्ध धर्म के प्रमुख स्थलों को जोड़ेगी, बल्कि उत्तर बिहार के लोगों को झारखंड जाने के लिए भी एक सुगम परिवहन साधन उपलब्ध कराएगी।

उन्होंने आगे कहा कि यह यात्रा धार्मिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगी। नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर भारत की प्राचीन शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रमाण हैं। कभी यह विश्वविद्यालय एशिया भर से आए हजारों विद्वानों और भिक्षुओं का प्रमुख अध्ययन केंद्र था। इसी तरह गया स्थित महाबोधि मंदिर और अन्य पवित्र स्थलों के दर्शन के लिए यह ट्रेन उपयुक्त मानी जा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि वैशाली–कोडरमा बौद्ध सर्किट ट्रेन का उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा बोधगया से किया गया। इसके बाद राजगीर, नालंदा और बिहारशरीफ स्टेशनों पर विभिन्न पदाधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। यह ट्रेन कोडरमा से चलकर गया, तिलैया, राजगीर, नालंदा, बिहारशरीफ, बख्तियारपुर, पटना जंक्शन और पाटलिपुत्र होते हुए वैशाली पहुंचेगी।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस ट्रेन से आम यात्रियों के साथ-साथ पर्यटकों को भी काफी सहूलियत होगी। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने पदाधिकारियों को आवेदन देकर सभी एक्सप्रेस एवं स्पेशल ट्रेनों का ठहराव पावापुरी रोड स्टेशन पर कराने की मांग की। उनका कहना था कि पावापुरी जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है और यदि इस ट्रेन का ठहराव वहां किया जाए तो बौद्ध व जैन धर्मावलंबियों दोनों को सुविधा होगी। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि लगभग छह माह पूर्व पावापुरी स्टेशन पर बड़े पदाधिकारियों द्वारा सभी एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया गया था, लेकिन आज तक वह लागू नहीं हो पाया, जिससे यात्री निराश हैं।
कार्यक्रम का संचालन ओएस राकेश कुमार ने किया। वहीं संपूर्ण व्यवस्था में सीनियर क्लर्क राज भूषण और जेई (टेलि.) बिहारशरीफ शौरभ सुमन की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस मौके पर वेलफेयर इंस्पेक्टर नीरज प्रियदर्शी, सीनियर क्लर्क अनसुमन कुमार, चन्द्र रंजन प्रसाद, सोनू कुमार, मु. रिजवान, संजल कुमार सिंह सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।