नालंदा की ऐतिहासिक धरोहरों से रूबरू हुए भारत के पीठासीन अधिकारी: 13 राज्यों के प्रतिनिधिमंडल ने किया भ्रमण, व्यवस्थाओं को बताया अंतरराष्ट्रीय स्तर का

85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन के समापन के बाद, बुधवार को देशभर के वरिष्ठ पीठासीन अधिकारियों ने बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों का दौरा किया। पटना में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के बाद, 13 राज्यों के प्रतिनिधिमंडल ने नालंदा विश्वविद्यालय के प्राचीन खंडहर, पावापुरी जल मंदिर, विश्व शांति स्तूप, नेचर सफारी और जू सफारी का भ्रमण किया।
राजगीर की आधुनिक सुविधाओं का जायजा
हिमाचल प्रदेश से लेकर केरल तक के प्रतिनिधियों ने राजगीर की आधुनिक पर्यटन सुविधाओं का आनंद लिया। विशेष रूप से नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक और सस्पेंशन ब्रिज ने सभी को रोमांचित किया। इन स्थानों पर प्रतिनिधिमंडल ने प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यटन विकास को लेकर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की।
सम्मेलन में शामिल राज्यों की भागीदारी
85वें अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, नागालैंड, असम, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और केरल सहित 13 राज्यों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस दौरे के माध्यम से उन्हें नालंदा की ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक पर्यटन के बीच तालमेल को समझने का अवसर मिला।
प्राचीन और आधुनिक का अद्भुत संगम
प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक अधिकारी ने कहा, “नालंदा की प्राचीन विरासत और आधुनिक पर्यटन सुविधाओं का संगम अद्भुत है। यहां की व्यवस्थाएं अंतरराष्ट्रीय स्तर की हैं।”
इंटरप्रिटेशन सेंटर में नालंदा की गौरवशाली परंपरा और इतिहास की विस्तृत जानकारी दी गई, जिसे सभी ने सराहा। वहीं, जू सफारी में वन्यजीवों की विविधता और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों ने भी सभी को प्रभावित किया।
यात्रा की यादें कैमरे में कैद
प्रतिनिधियों ने सफारी और अन्य स्थानों पर सेल्फी पॉइंट्स का आनंद लिया और इन पलों को अपने कैमरों में कैद किया। इस यात्रा के दौरान उन्होंने बिहार की ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन विकास की सराहना की।
नालंदा: ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन का केंद्र
यह दौरा बिहार की समृद्ध विरासत को देशभर में प्रचारित करने का एक उत्कृष्ट अवसर साबित हुआ। प्रतिनिधिमंडल ने नालंदा और राजगीर की व्यवस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बताते हुए बिहार सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की।