ऑपरेशन के दौरान लापरवाही: महिला को बेहोश छोड़ डॉक्टर फरार, जहानाबाद के स्वास्थ्य केंद्र का मामला

जहानाबाद: जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही का एक गंभीर मामला सामने आया है। नालंदा जिले के तेलहाड़ा थाना क्षेत्र के गंगा बिगहा की रहने वाली एक महिला को ऑपरेशन थिएटर में बेहोश करने के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया और उसे बेहोशी की हालत में छोड़कर फरार हो गए।
घटना का विवरण
पीड़िता के पति, मनीष कुमार, ने बताया कि उनकी पत्नी का ऑपरेशन कराने के लिए सभी प्रक्रियाएं अस्पताल में पूरी की गई थीं। महिला को ऑपरेशन थिएटर में ले जाकर डॉक्टरों ने बेहोशी का इंजेक्शन दिया, लेकिन ऑपरेशन किए बिना ही डॉक्टर महिला को बेहोशी की अवस्था में छोड़कर अस्पताल से चले गए। मनीष कुमार ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन ने ऑपरेशन न करने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया और उन्हें कोई जानकारी भी नहीं दी।
अस्पताल प्रशासन का बयान
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, डॉ. सुभाष प्रसाद, ने बताया कि इस समय सर्जन की कमी है, इसलिए ऑपरेशन के लिए सिविल सर्जन, डॉ. राजेश कुमार, को बुलाया गया था। डॉ. प्रसाद ने यह भी कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार महिला का वजन अधिक होने के कारण ऑपरेशन नहीं किया गया होगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
पीड़ित परिवार की मांग
महिला के परिजनों ने इस घटना को लेकर अस्पताल प्रशासन और डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह न केवल लापरवाही का मामला है, बल्कि मरीज की जान के साथ खिलवाड़ भी किया गया है। परिवार ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।
सामाजिक आक्रोश
इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है। लोगों ने अस्पताल प्रशासन पर गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने और मरीजों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। स्थानीय समाज में इस घटना को लेकर चर्चा हो रही है, और लोग सरकार से सुधार की मांग कर रहे हैं।
निजी और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता
यह घटना सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है। जहां एक ओर डॉक्टरों और सर्जनों की कमी की समस्या है, वहीं दूसरी ओर मरीजों के प्रति लापरवाह रवैया और संवादहीनता एक गंभीर चिंता का विषय बन चुका है। मामले की जांच के बाद ही दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
