लोकतांत्रिक जन विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरमान देव ने बेलधा गांव में पीड़ित परिवारों से की मुलाकात

वारसलीगंज (नवादा ) : लोकतांत्रिक जन विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरमान देव उर्फ मुकेश धानुक नवादा जिले के वारसलीगंज प्रखंड अंतर्गत बेलधा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने पीड़ित परिवारों और स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने अपराधियों द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की।

बेलधा गांव में उग्रवादी और आपराधिक सामंती ताकतों द्वारा धानुक जाति के अति पिछड़ा वर्ग से आने वाले परिवारों के घरों पर ईंट, पत्थर और गोलीबारी कर हमला किया गया। हमलावरों ने घर की बिजली मीटर तक उखाड़ दी और परिवारों को भारी नुकसान पहुंचाया। इस हमले में राजेंद्र राउत (65 वर्ष) और अमित कुमार (28 वर्ष) को गांव के विद्यालय की ओर जाते समय बेरहमी से लाठी, डंडा, ईंट और पत्थर से पीटा गया। हमलावरों ने उनके हाथ-पैर तोड़ दिए और खुलेआम धमकी दी कि उन्हें प्रशासन का कोई डर नहीं है और वे पीड़ितों को जान से मार देंगे।
घायलों को गंभीर स्थिति में पावापुरी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां वे जीवन-मृत्यु से जूझ रहे हैं। इसके बावजूद, अब तक अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई, जिससे गांव के लोगों में भारी आक्रोश है।

इस घटना से स्पष्ट होता है कि दलित और अति पिछड़ा वर्ग के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। ग्रामीणों का आरोप है कि वर्तमान सरकार सिर्फ वोट लेकर सत्ता में आती है, लेकिन शोषित और वंचित वर्ग की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने में पूरी तरह विफल रही है। गांव के लोगों ने स्पष्ट किया कि यदि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा नहीं दी गई और पीड़ित परिवार को मुआवजा नहीं मिला, तो वे आगामी 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में सरकार को सबक सिखाएंगे।
इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष विरमनी मंडल, जिला अध्यक्ष (नालंदा) अरविंद धानुक, प्रदेश मीडिया प्रभारी अमोद कुमार, समाजसेवी विजय कुमार राय (वारसलीगंज) और मुंगेर लोकसभा प्रत्याशी प्रियदर्शी पीयूष सहित कई नेता और समाजसेवी उपस्थित रहे। सभी नेताओं ने इस निंदनीय घटना की कड़ी आलोचना की और प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की। साथ ही, ग्रामीणों से आपसी भाईचारा बनाए रखने और एकजुट रहने की अपील की गई।

बेलधा गांव के लोगों में इस घटना को लेकर गहरा आक्रोश है। उन्होंने साफ कहा कि यदि अपराधियों को जल्द से जल्द सजा नहीं दी गई और पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला, तो वे सरकार के खिलाफ आंदोलन करने और आने वाले चुनाव में सत्ताधारी दल को सबक सिखाने को मजबूर होंगे। यह घटना बिहार में बढ़ते अपराध और प्रशासन की निष्क्रियता को उजागर करती है। अब देखना यह होगा कि सरकार इस पर क्या कार्रवाई करती है या फिर जनता चुनाव में अपना फैसला सुनाएगी।
