नालंदा के लाल ने रचा इतिहास: दशरथपुर के शिवम सुमन ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 97.2% अंक लाकर बढ़ाया जिले का गौरव

गिरियक (नालंदा) : नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड अंतर्गत दशरथपुर गांव के होनहार छात्र शिवम सुमन ने अपने मेहनत, लगन और अनुशासन के बल पर सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में 97.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे जिले का नाम रौशन किया है। शिवम की इस अभूतपूर्व सफलता पर उनके गांव में जश्न का माहौल है और चारों ओर से बधाइयों का तांता लगा हुआ है।
शिक्षा की मजबूत नींव ने रखी सफलता की बुनियाद
शिवम की प्रारंभिक शिक्षा तीर्थंकर महावीर विद्या मंदिर, पावापुरी से हुई थी। उन्होंने अपनी प्रतिभा और परिश्रम से शुरुआत से ही शिक्षक और परिवारजनों का ध्यान आकर्षित किया। कक्षा छह से उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय, रेवाड़ (नवादा) में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने अनुशासित वातावरण और अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन में अध्ययन जारी रखा। इसी विद्यालय ने शिवम की क्षमताओं को निखारने में अहम भूमिका निभाई।

परिवार बना प्रेरणा का स्रोत
शिवम का परिवार हमेशा उनकी पढ़ाई और सपनों के साथ खड़ा रहा। उनके पिता अभिजीत सुमन सशस्त्र सीमा बल (SSB) में लैब टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं और देश सेवा में लगे हुए हैं। माँ आकांक्षा सुमन एक गृहिणी हैं, जिन्होंने घर पर शिवम को मानसिक और भावनात्मक सहयोग प्रदान किया। उनके दादा योगेश्वर पंडित, जो सिंचाई विभाग में हेड क्लर्क के पद से वर्ष 2014 में सेवानिवृत्त हुए, और दादी कैली देवी ने भी अपने अनुभवों और संस्कारों से शिवम का मार्गदर्शन किया।
सपनों को साकार करने की कहानी
अपनी सफलता पर शिवम ने कहा, “मैं अपनी इस सफलता का श्रेय सबसे पहले अपनी मेहनत, लगन और निरंतर अभ्यास को देता हूँ। इसके साथ ही मेरे माता-पिता, दादा-दादी, स्कूल के प्रधानाचार्य और शिक्षकों का सहयोग और आशीर्वाद मेरे लिए प्रेरणा का स्रोत रहा।”

शिवम ने यह भी बताया कि वे आगे चलकर मेडिकल के क्षेत्र में जाना चाहते हैं और देश के लिए कुछ बड़ा करना उनका सपना है। उन्होंने यह भी कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता और लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी है।
गांव में खुशी की लहर, हुआ मिठाई का वितरण
शिवम की इस उपलब्धि से पूरे दशरथपुर गांव में उत्सव जैसा माहौल है। ग्रामीणों ने मिठाई बाँटी और शिवम को आशीर्वाद व शुभकामनाएँ दीं। उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। गांव के बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक में गर्व की भावना देखी जा रही है।
शिवम बना युवाओं के लिए प्रेरणा
आज के दौर में जब distractions और संसाधनों की कमी छात्रों के लिए चुनौती बनती जा रही है, ऐसे समय में शिवम सुमन जैसे छात्रों की सफलता यह संदेश देती है कि सच्ची मेहनत, अनुशासन और परिवार का सहयोग किसी भी कठिन लक्ष्य को हासिल करने में मदद करता है। शिवम अब नालंदा जिले के युवाओं के लिए एक आदर्श बन चुके हैं।