बिहार बोर्ड परीक्षा को लेकर नालंदा में बैठक : 90 हजार से अधिक छात्र होंगे शामिल, कड़े प्रावधानों के साथ आयोजित होगी परीक्षा

नालंदा जिले में बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट और माध्यमिक परीक्षाओं के सफल आयोजन के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। सोमवार को हरदेव भवन में आयोजित एक बैठक में परीक्षा की सुचारू और निष्पक्ष संचालन को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक की अध्यक्षता अपर समाहर्ता मंजीत कुमार ने की।
इंटरमीडिएट परीक्षा 1 फरवरी से 15 फरवरी तक और माध्यमिक परीक्षा 17 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित होगी। दोनों परीक्षाएं दो पालियों में होंगी। पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक चलेगी।
इस बार नालंदा जिले में कुल 90,243 छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। इनमें इंटरमीडिएट के 42,357 और माध्यमिक के 47,886 परीक्षार्थी हैं। परीक्षा के लिए इंटरमीडिएट के 41 और माध्यमिक के 36 केंद्र बनाए गए हैं।

परीक्षा में निष्पक्षता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े प्रावधान किए गए हैं। हर 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक नियुक्त किया जाएगा। प्रत्येक कक्ष में कम से कम दो वीक्षक रहेंगे, और महिला परीक्षार्थियों के लिए महिला वीक्षक अनिवार्य होंगे। परीक्षा केंद्रों में मोबाइल फोन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। केवल केंद्राधीक्षक की अनुमति से एक कंप्यूटर कर्मी को मोबाइल रखने की अनुमति होगी।
सभी परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और लाइव मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा, उचित सीटिंग प्लान, समय की पाबंदी और किसी भी प्रकार की गड़बड़ी पर सख्त कार्रवाई जैसे प्रावधान भी लागू किए गए हैं।
अपर समाहर्ता मंजीत कुमार ने कहा कि परीक्षा का संचालन पूर्ण पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ किया जाएगा। उन्होंने केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में अधिकारियों ने परीक्षा के दौरान विधि-व्यवस्था और आवश्यक सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
नालंदा जिला प्रशासन बोर्ड परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए सतर्क है। परीक्षार्थियों और वीक्षकों को अनुशासन और समय की पाबंदी के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
