बिहार शरीफ के होटलों में अवैध डांस बार का खुलासा: प्रशासनिक कार्रवाई की उठी मांग

नालंदा जिले की ऐतिहासिक और शैक्षणिक विरासत पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है। शहर के प्रमुख होटलों में चल रहे कथित डांस बार ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। रविवार को दीपनगर थाना क्षेत्र स्थित होटल माउंट व्यू में आयोजित विवादित कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें डीलर मीटिंग के नाम पर बार बालाओं के नृत्य का आयोजन किया गया था।
व्यावसायिक बैठक की आड़ में अश्लील कार्यक्रम
सूत्रों के मुताबिक, एक बड़ी कंपनी की डीलर मीटिंग के बहाने देर रात तक होटल में डांस कार्यक्रम आयोजित किया गया। चश्मदीदों के अनुसार, इस आयोजन में सार्वजनिक मर्यादाओं की सीमाएं लांघी गईं और अश्लीलता परोसी गई। इस घटना ने न केवल शहरवासियों को आक्रोशित किया है, बल्कि इसे स्थानीय प्रशासन की अनदेखी का नतीजा बताया जा रहा है।

स्मार्ट सिटी की छवि पर असर
बिहार शरीफ, जिसे स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है, इन घटनाओं से अपनी छवि खो रहा है। शहर के प्रबुद्ध नागरिकों का कहना है कि अगर समय रहते इन पर रोक नहीं लगाई गई, तो नालंदा की पहचान शिक्षा और संस्कृति के केंद्र के बजाय अनैतिक गतिविधियों के गढ़ के रूप में बन जाएगी।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
इस घटना से पहले भी शहर के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे ऐतिहासिक हिरण्य पर्वत और सार्वजनिक पार्कों में इस तरह के कार्यक्रम होते रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासनिक लापरवाही और सख्त कार्रवाई के अभाव में ऐसी गतिविधियां लगातार बढ़ रही हैं।
प्रशासन की निष्क्रियता
गौरतलब है कि जिला प्रशासन द्वारा पहले ही डीजे और अश्लील कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया गया है। इसके बावजूद, इन नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। यह घटना इस बात का प्रमाण है कि प्रशासनिक निगरानी या तो नाकाफी है या फिर इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा।
पुलिस की प्रतिक्रिया
इस मामले पर दीपनगर थानाध्यक्ष जितेंद्र राम ने बताया कि आयोजन को लेकर पुलिस को कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी। अगर होटल में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, तो जांच के बाद संबंधित लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जनता की मांग
शहर के प्रबुद्ध नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार के आयोजनों पर तुरंत रोक लगाई जाए। साथ ही, दोषी होटलों और आयोजनकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
