विधि विमर्श के छठे वार्षिकोत्सव पर भव्य आयोजन, मंत्री और सांसद ने साझा किए विचार, नागरिकों को मिले अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी

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बिहारशरीफ (नालंदा) : कानूनी पत्रिका विधि विमर्श के छठे वार्षिकोत्सव के अवसर पर टाउन हॉल में रविवार को एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार, नालंदा के सांसद कौशलेंद्र कुमार, भाजपा नेता प्रेम रंजन पटेल, पत्रिका के संपादक रणविजय सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद विधि विमर्श के नवीन संस्करण का विमोचन किया गया। समारोह में “संविधान, अधिकार और कर्तव्य” विषय पर एक संवाद सत्र का भी आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ता, छात्र और जागरूक नागरिक शामिल हुए।

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संवाद सत्र को संबोधित करते हुए पटना उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता धर्मनाथ प्रसाद यादव ने कहा कि वर्तमान सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में भारतीय संविधान का महत्व और भी बढ़ गया है। संविधान ने सभी नागरिकों को समान अधिकार प्रदान किए हैं, इसलिए हर नागरिक को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने के साथ-साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी करना चाहिए।

मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के गंभीर प्रभाव आज सबके सामने हैं। ऐसे में प्रत्येक नागरिक को पौधे लगाने और उनका संरक्षण करने की दिशा में गंभीर पहल करनी चाहिए। उन्होंने पर्यावरण बचाने को देश और समाज की सबसे बड़ी जरूरत बताया।

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पत्रिका के संपादक रणविजय सिंह ने कहा कि विधि विमर्श का मुख्य उद्देश्य आम जनता को उनके संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि पत्रिका का नया संस्करण भी इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

समारोह में उपस्थित अधिवक्ताओं ने नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी दी। साथ ही यह संदेश दिया कि एक जागरूक नागरिक ही लोकतंत्र को मजबूत बना सकता है।

कार्यक्रम में शहर के अनेक बुद्धिजीवी, समाजसेवी, अधिवक्ता, छात्र और आम नागरिक शामिल हुए। सभी ने विधि विमर्श की इस पहल की सराहना की और पत्रिका को शुभकामनाएँ दीं।

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