पावापुरी स्टेशन माता मंदिर में जन्माष्टमी के अबसर पर भव्य छठी का आयोजन, भंडारे में श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

बिहार शरीफ (नालंदा) : जिले के देवधा ग्राम स्थित पावापुरी स्टेशन के सामने माता मंदिर में जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर छठी समारोह बड़े धूमधाम और आस्था के साथ मनाया गया। सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं का आना-जाना शुरू हो गया था। भगवान श्रीकृष्ण की जन्म के छठे दिन पूरे परिसर को रंग-बिरंगी झालरों व रोशनियों से सजाकर एक दिव्य माहौल तैयार किया गया।
इस अवसर पर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें प्रसाद स्वरूप चावल, कढ़ी, सालन, पकौड़ी सहित विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। भंडारे में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगी रहीं और प्रसाद ग्रहण करने वालों में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
भंडारे का प्रसाद न केवल आसपास के गांवों से आए श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया, बल्कि पावापुरी स्टेशन से गुजरने वाले यात्री भी प्रसाद पाकर धन्य महसूस कर रहे थे। भक्तों का कहना था कि प्रसाद का स्वाद तो अद्भुत है ही, साथ ही यह सामूहिक भक्ति और सामाजिक सद्भाव का प्रतीक भी है।
मंदिर के पुजारी सुरेंद्र दास उर्फ लकरझार बाबा ने बताया कि सुदामा कुटी शिविर में हर साल जन्माष्टमी महोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान पूजा, भजन-कीर्तन और भंडारे का आयोजन एक परंपरा बन चुकी है। उन्होंने कहा कि –
“भगवान श्रीकृष्ण की छठी का पर्व हमारे लिए आनंद और भक्ति का अवसर है। यहां हर साल सैकड़ों लोग एक साथ एकजुट होकर कृष्णभक्ति में लीन हो जाते हैं। यह कार्यक्रम समाज में प्रेम, भाईचारा और शांति का संदेश देता है।”

पूरे दिन मंदिर प्रांगण में भक्ति गीतों और कीर्तन की गूंज बनी रही। ग्राम की महिलाओं ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों के साथ भजन गाकर वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। श्रद्धालुओं ने ‘राधे-राधे’ और ‘जय श्रीकृष्ण’ के जयकारों से पूरे माहौल को गुंजायमान कर दिया।
इस अवसर पर ग्रामीणों के साथ-साथ बाहर से आए भक्त भी शामिल हुए। समारोह के दौरान सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे और सभी ने मिलकर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना कर परिवार और समाज में सुख-शांति की कामना की।