गिरियक सीडीपीओ पर भ्रष्टाचार और ड्यूटी छोड़ सम्मेलन में शामिल होने का आरोप

गिरियक (नालंदा) : नालंदा जिले के गिरियक और कतरीसराय की बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) श्वेता कुमारी पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, श्वेता कुमारी आंगनबाड़ी सेविकाओं से अवैध वसूली करती हैं।
सूत्रों का दावा है कि प्रत्येक सेविका से सुपरवाइजर के माध्यम से 3,200 रुपये मासिक वसूले जाते हैं, जिससे हर माह करीब 3 से 4 लाख रुपये की राशि इकट्ठी होती है। कार्यालय के क्लर्क और डाटा ऑपरेटर की मदद से इस वसूली की रकम का बंटवारा किया जाता है, और बाद में यह राशि जिला प्रोग्राम पदाधिकारी तक पहुंचाई जाती है। आरोप यह भी है कि श्वेता कुमारी ने इस अवैध कमाई से पावापुरी हॉस्पिटल मोड़ के पास जमीन खरीदी है।
इसी बीच, श्वेता कुमारी पर हीरो एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट की ड्यूटी छोड़कर एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने का भी आरोप है। सम्मेलन के दौरान उन्होंने गिरियक क्षेत्र से आए नेताओं, मंत्रियों और विधायकों के लिए नाश्ते की व्यवस्था की। ग्रामीणों का कहना है कि यह कदम भ्रष्टाचार की कमाई को बचाने और राजनीतिक संरक्षण पाने का प्रयास है।

फोन पर संपर्क करने पर श्वेता कुमारी ने बताया कि उन्हें जिला से भेजा गया था और उन्होंने अपनी संपत्ति को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि कठोर कार्रवाई से बाल विकास परियोजना में व्याप्त भ्रष्टाचार पर रोक लगेगी।