नालंदा में चुनावी जंग शुरू : आरपीसी सिंह की बेटी लता सिंह, पूर्व मेयर दिनेश कुमार और महिला जिलाध्यक्ष पूनम सिन्हा चुनावी रण में

नालंदा (बिहार) : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर जन सुराज पार्टी ने अपनी चुनावी तैयारियों को गति देते हुए 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में नालंदा जिले की तीन विधानसभा सीटों — अस्थावां, नालंदा और बिहार शरीफ — से घोषित प्रत्याशियों ने राजनीतिक गलियारों में खास चर्चा छेड़ दी है।
बिहार शरीफ विधानसभा से पार्टी ने पूर्व मेयर दिनेश कुमार को उम्मीदवार बनाया है। 58 वर्षीय दिनेश कुमार बिहार शरीफ नगर निगम के पहले मेयर रह चुके हैं और जन सुराज पार्टी के गठन से ही पार्टी से जुड़े हैं। कुशवाहा समुदाय से आने वाले दिनेश कुमार समाजसेवी के रूप में क्षेत्र में लोकप्रिय हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने प्रशांत किशोर का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि स्थानीय विधायक के द्वारा पिछले 20 वर्षों में कोई विशेष काम नहीं हुआ है, और यदि वह जीतते हैं तो 20 महीनों में शहर की स्थिति बदल देंगे। उनके प्रशासनिक अनुभव और स्थानीय जनाधार के कारण उन्हें पार्टी का मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है।
वही अस्थावां विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह की पुत्री लता सिंह को उम्मीदवार बनाया है। 35 वर्षीय लता सिंह पेशे से सुप्रीम कोर्ट में लीगल एडवाइजर हैं और कुर्मी समुदाय से आती हैं, जो अस्थावां क्षेत्र में प्रभावशाली मानी जाती है। एक शिक्षित और पेशेवर परिवार से आने वाली लता सिंह की राजनीतिक पहचान उनके पिता आरसीपी सिंह के कारण स्थापित हुई है। आरसीपी सिंह कभी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे, लेकिन जदयू छोड़कर भाजपा में शामिल हुए और बाद में अपनी पार्टी बनाई, जिसे जन सुराज में विलय कर दिया गया। अब वे अपनी पुत्री के माध्यम से राजनीति में नया अध्याय शुरू कर रही हैं।

वही नालंदा विधानसभा क्षेत्र से पार्टी ने 47 वर्षीय कुमारी पूनम सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। पूनम सिन्हा कुर्मी समुदाय से आती हैं और वर्तमान में जन सुराज महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष हैं। वे पहले बेन प्रखंड की जिला पार्षद सदस्य रह चुकी हैं। स्नातक शिक्षित पूनम सिन्हा के पति डॉक्टर हैं। स्थानीय स्तर पर उनकी सक्रियता और महिला मोर्चा में भूमिका पार्टी के लिए सकारात्मक मानी जा रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जन सुराज पार्टी ने उम्मीदवार चयन में जातीय समीकरणों को विशेष ध्यान में रखा है। नालंदा जिले में कुर्मी और कुशवाहा समुदाय का बड़ा वोट बैंक है। इसी को ध्यान में रखते हुए अस्थावां और नालंदा से कुर्मी समुदाय की महिला उम्मीदवारों तथा बिहार शरीफ से कुशवाहा नेता को टिकट दिया गया है। इसे पार्टी की रणनीतिक चाल माना जा रहा है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि लता सिंह का मैदान में उतरना जन सुराज पार्टी की साख को मजबूत करेगा, जबकि पूनम सिन्हा और दिनेश कुमार की स्थानीय लोकप्रियता पार्टी को जिले में मजबूती प्रदान कर सकती है।