बीजेपी छोड़कर रंजीत कुमार समेत दर्जनों समर्थकों ने फिर थामा जेडीयू का दामन, नीतीश कुमार की नीतियों पर जताया भरोसा

पांच महीने पहले ग्राम माघड़ा निवासी रंजीत कुमार ने सिलाब में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में माननीय मंत्री प्रेम कुमार के हाथों जेडीयू छोड़कर बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। उस समय रंजीत कुमार ने बीजेपी में शामिल होने के पीछे अपनी नाराजगी और जेडीयू में सम्मान की कमी को कारण बताया था। लेकिन आज उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देकर पुनः जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर ली। इस मौके पर प्रखंड जेडीयू अध्यक्ष संजय कुशवाहा ने उन्हें जेडीयू में शामिल किया और उनका पार्टी में स्वागत किया।
रंजीत कुमार ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी जिले के हैं और मैं हमेशा से जेडीयू का समर्थक रहा हूं। जेडीयू मेरी पहली पसंद थी क्योंकि पार्टी ने राज्य के विकास और सामाजिक समरसता के लिए अद्वितीय कार्य किए हैं। हालांकि, कुछ परिस्थितियों के कारण और जेडीयू में मेरे साथ उचित सम्मान नहीं मिलने की वजह से मैं बीजेपी में शामिल हो गया था। लेकिन माननीय मंत्री श्री श्रवण कुमार, जो मेरे क्षेत्र के विधायक और मंत्री हैं, से व्यक्तिगत रूप से प्रेरित होकर और नीतीश कुमार जी की नीतियों और नेतृत्व में भरोसा रखते हुए, मैंने यह निर्णय लिया कि मुझे अपने पुराने घर, जेडीयू, में वापस आ जाना चाहिए। मुझे विश्वास है कि जेडीयू में रहते हुए मैं अपने क्षेत्र के विकास और लोगों की समस्याओं को सुलझाने में बेहतर भूमिका निभा सकूंगा।”
इस अवसर पर रंजीत कुमार के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी जेडीयू में शामिल हुए। इनमें पवन शर्मा, नंदकिशोर दादा, बाल्मीकि सिंह, कृष्ण विचार मंच के संयोजक राम अवतार शर्मा समेत दर्जनों प्रमुख लोग शामिल थे। सभी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनहितैषी नीतियों और सुशासन की प्रशंसा की और पार्टी में शामिल होने के अपने फैसले को सही ठहराया।

कार्यक्रम के दौरान प्रखंड जेडीयू अध्यक्ष संजय कुशवाहा ने कहा, “रंजीत कुमार का जेडीयू में वापस आना पार्टी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। उनकी नेतृत्व क्षमता और जनसेवा के प्रति उनका समर्पण जेडीयू को और मजबूत बनाएगा। उनके साथ आने वाले समर्थकों ने भी यह साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों पर जनता का भरोसा लगातार बढ़ रहा है।”
कार्यक्रम में मौजूद अन्य जेडीयू कार्यकर्ताओं और नेताओं ने भी रंजीत कुमार और उनके समर्थकों का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान क्षेत्रीय विकास, सामाजिक न्याय और सुशासन को लेकर जेडीयू की प्रतिबद्धता को दोहराया गया।
इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि जेडीयू का जनाधार मजबूत है और पार्टी लगातार अपने मूल्यों और आदर्शों के बल पर आगे बढ़ रही है। रंजीत कुमार और उनके समर्थकों का पार्टी में वापस आना क्षेत्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।