बिहारशरीफ में वेंडिंग जोन की मांग तेज: फुटपाथ संघर्ष मोर्चा ने उठाई व्यापारियों के अधिकारों की आवाज

बिहारशरीफ में फुटपाथ व्यापारियों के अधिकारों की लड़ाई ने नया मोड़ ले लिया है। फुटपाथ संघर्ष मोर्चा ने मंगलवार को अस्पताल चौक स्थित श्रम कल्याण मैदान में बैठक आयोजित कर वेंडिंग जोन की स्थापना की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की।
जिला अध्यक्ष रामदेव चौधरी ने नगर निगम पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन बिहार राज्य पथ विक्रेता कानून स्कीम और नियमावली 2017 का पालन करने में विफल रहा है। उन्होंने कहा, “नगर निगम अतिक्रमण के नाम पर फुटपाथ व्यापारियों से अवैध वसूली कर रहा है और पुलिस द्वारा व्यापारियों का उत्पीड़न हो रहा है।”
मोर्चा की प्रमुख मांगें
फुटपाथ संघर्ष मोर्चा ने प्रशासन से निम्नलिखित मांगें की हैं:
- सर्वे किए गए सभी फुटपाथ व्यापारियों को वेंडिंग जोन की सुविधा प्रदान की जाए।
- व्यापारियों को पहचान पत्र का वितरण किया जाए।
- जीवन बीमा की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
- प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत व्यापारियों को वित्तीय सहायता दी जाए।
- सर्वे किए गए व्यापारियों की सूची को सार्वजनिक किया जाए।
व्यापारियों का भविष्य दांव पर
बैठक में मौजूद व्यापारियों ने वेंडिंग जोन के अभाव में अपनी आजीविका पर मंडरा रहे संकट पर चिंता जताई। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि जब तक वेंडिंग जोन की व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक व्यापारियों को उनके मौजूदा स्थानों पर काम करने की अनुमति दी जाए।
इस आंदोलन में महेंद्र प्रसाद, उमेश पंडित, आनंदी बिंद समेत कई प्रमुख व्यापारी नेता शामिल हुए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार
यह आंदोलन बिहारशरीफ के सैकड़ों फुटपाथ व्यापारियों की आजीविका से जुड़ा है, जिनका भविष्य वेंडिंग जोन की स्थापना पर निर्भर है। फिलहाल स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया का इंतजार किया जा रहा है।
