नालंदा में साइबर ठगों का भंडाफोड़: फर्जी लोन और सरकारी योजना के नाम पर कर रहे थे ठगी, कर्नाटक का व्यक्ति गिरोह का सरगना

नालंदा। कतरीसराय थाना क्षेत्र में साइबर थाना पुलिस और स्थानीय पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस कार्रवाई में चार साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जो ‘धनी एप’ के जरिए कम ब्याज दर पर लोन और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना का झांसा देकर लोगों से ठगी कर रहे थे।
साइबर डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी नालंदा के जवाहरचक गांव में सक्रिय थे। इनके कब्जे से 13 मोबाइल फोन और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं। गिरोह का सरगना कर्नाटक के गुलबर्गा जिले का रहने वाला मनोज बक्सिधर बताया जा रहा है।
गिरफ्तार अन्य तीन आरोपियों में जवाहरचक गांव के अशोक महतो के बेटे कुश कुमार और रंजीत कुमार (दोनों सहोदर भाई) तथा महेश चौधरी का बेटा अमरजीत कुमार शामिल हैं।
फर्जी दस्तावेज और झूठे वादों से फंसाते थे लोगों को
डीएसपी शंकर ने बताया कि आरोपी कम ब्याज पर पर्सनल लोन और सरकारी योजना के लाभ दिलाने के नाम पर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते थे। इसके लिए वे फर्जी दस्तावेजों और झूठे वादों का सहारा लेते थे।
देशभर में फैला है नेटवर्क, जांच में जुटी पुलिस
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि यह गिरोह देश के कई हिस्सों में इसी तरह की साइबर ठगी को अंजाम दे चुका है। पुलिस अब इनके नेटवर्क की विस्तृत जांच कर रही है ताकि इनके अन्य सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया जा सके।
इस मामले में पुलिस की कार्रवाई को बड़ी सफलता माना जा रहा है, लेकिन साथ ही यह भी साफ हो गया है कि ग्रामीण इलाकों में साइबर अपराध की जड़ें तेजी से फैल रही हैं। पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने और किसी भी प्रकार के ऑनलाइन प्रस्ताव या स्कीम से पहले उसकी सत्यता की पुष्टि करने की अपील की है।