CM नीतीश कुमार की राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात, कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज सुबह अचानक राजभवन पहुंचे, जिससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। हालांकि, इस मुलाकात के उद्देश्य के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री राज्यपाल से कैबिनेट विस्तार के सिलसिले में मुलाकात करने पहुंचे हैं। संभावना जताई जा रही है कि वह नए मंत्रियों की सूची राज्यपाल को सौंपने के लिए गए हैं।
पिछले कुछ दिनों से बिहार में यह चर्चा रही है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जो प्रस्ताव दिया गया था, उस पर राजनीतिक बदलाव हो सकते हैं। हालांकि, नीतीश कुमार यह साफ कर चुके हैं कि उन्होंने दो बार गलती की है और अब वह किसी भी सियासी फेरबदल की योजना नहीं बना रहे हैं। फिर भी, राज्य में कैबिनेट विस्तार को लेकर सियासी बयानबाजी और चर्चाएं बनी हुई हैं।
यह कदम खासकर उस वक्त उठाया गया है जब बिहार में कैबिनेट विस्तार की चर्चा जोरों पर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी के चार नए चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है, जबकि जदयू से दो नए चेहरे को मौका मिलने की संभावना है। सूत्रों का कहना है कि कैबिनेट विस्तार 15 जनवरी के बाद कभी भी हो सकता है और इसे 30 जनवरी से पहले पूरा किया जा सकता है।
वर्तमान में बिहार सरकार में कुल 30 मंत्री हैं, जिनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, और विजय कुमार सिन्हा शामिल हैं। इनमें से भाजपा के 15 मंत्री हैं, जबकि ‘हम’ से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह भी मंत्रिमंडल का हिस्सा हैं। बिहार विधानसभा में अधिकतम 36 मंत्री बनाए जा सकते हैं, जिसके अनुसार 6 मंत्री पद अभी खाली हैं। ऐसे में, कैबिनेट विस्तार के दौरान 3-4 विभागों के मंत्रियों के बदलाव की संभावना जताई जा रही है, जिनमें जातीय प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखा जाएगा।
