प्रधानमंत्री की माता के अपमान के विरोध में नालंदा में भाजपा का जोरदार प्रदर्शन, बिहार बंद सफल

बिहार शरीफ (नालंदा) : कांग्रेस और राजद के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की माता के प्रति की गई अभद्र टिप्पणी के विरोध में आज भाजपा नालंदा जिला इकाई, एनडी गठक दलों, महिला मोर्चा तथा अन्य सहयोगी संगठनों ने बिहार बंद का आह्वान किया।
बंद के दौरान कार्यकर्ताओं ने बिहार शरीफ के श्रम कल्याण केंद्र मैदान से रांची रोड तक विरोध मार्च निकाला और आम नागरिकों से बंद का समर्थन मांगा। इस दौरान “मां का अपमान नहीं सहेगा बिहार”, “राहुल गांधी माफी मांगो” और “तेजस्वी यादव माफी मांगो” जैसे नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा।
नेताओं के बयान
विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहीं भाजपा की एमएलसी रीना यादव ने कहा कि “मां सभी के लिए आदरणीय होती है। कांग्रेस-राजद मंच से देश के प्रधानमंत्री की स्वर्गीय माता को गालियां देना अक्षम्य अपराध है। राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को इस कुकृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि यह घटना बिहारवासियों को 2005 से पहले के जंगलराज की याद दिला रही है, जबकि आज प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़े कार्य हो रहे हैं।
भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की माता को गालियां दिए जाने की घटना से पूरा देश आहत है। उन्होंने बताया कि जनता ने स्वेच्छा से बंद का समर्थन किया और सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक दुकानों एवं प्रतिष्ठानों को बंद रखा।
भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष निशा रानी ने कहा कि जब तक राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक भाजपा चरणबद्ध तरीके से विरोध जारी रखेगी।
बंद को मिला व्यापक समर्थन
बंद के दौरान भाजपा, जदयू, लोजपा सहित विभिन्न दलों के पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। इनमें भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश कुमार, जदयू जिला उपाध्यक्ष विनोद प्रसाद, लोजपा जिला उपाध्यक्ष पिंटू मुखिया, भाजपा जिला महामंत्री शिवरतन प्रसाद, अविनाश प्रसाद सिंह, राजेश्वर प्रसाद सिंह, जदयू नगर अध्यक्ष गुलरेज अंसारी, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष निशा रानी, भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री इन्दु कुशवाहा, डॉ. रेणु कुमारी, उपाध्यक्ष रीना सिन्हा, सुषमा कुमारी, नीलम देवी सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
विरोध प्रदर्शन और बिहार बंद को शहरवासियों का व्यापक समर्थन मिला तथा कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री और महिलाओं के सम्मान में संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।