नालंदा मे साइबर ठगी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, चार गिरफ्तार, लाखों के उपकरण बरामद

कतरीसराय (नालंदा) : मंगलवार को नालंदा आरक्षी अधीक्षक के विशेष निर्देश पर साइबर ठगी पर अंकुश लगाने के लिए स्थानीय पुलिस द्वारा कतरीसराय थाना क्षेत्र के परमानंदपुर गांव में बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई। इस दौरान पुलिस ने चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया, जबकि कुछ अन्य मौके से भागने में सफल रहे।
मिली जानकारी के अनुसार, साइबर ठग प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के नाम पर सस्ती ब्याज दर पर लोन देने और कुसुम योजना के तहत सोलर पंप तथा सोलर प्लेट लगाने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर रहे थे। जब यह मामला पुलिस के संज्ञान में आया तो राजगीर डीएसपी सुनील कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम में थानाध्यक्ष सत्यम तिवारी, एसआई गुरुदेव खड़िया, एसआई आदित्य कुमार, एसआई मुकुंद कुमार, एएसआई मनीष कुमार, एएसआई प्रशांत कुमार, एएसआई स्वीटी सोरेन, पीटीसी लालू कुमार, संजय राम और गिरियक थाना से एसआई रौशन कुमार सहित कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस टीम ने विशेष अभियान के तहत परमानंदपुर गांव में पांच से छह घरों में छापेमारी कर चार साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गौतम कुमार (23 वर्ष), पिता अजीत कुमार, राहुल कुमार (20 वर्ष), पिता संजय प्रसाद, आलोक कुमार (33 वर्ष), पिता अयोध्या प्रसाद और मृत्युंजय कुमार (23 वर्ष), पिता कुलदीप प्रसाद के रूप में हुई है। सभी आरोपी परमानंदपुर, थाना कतरीसराय के निवासी हैं।
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आलोक कुमार और राहुल कुमार का पहले भी साइबर ठगी का आपराधिक इतिहास रहा है। ये दोनों 2022, 2023 और 2024 में बिहार थाना, पावापुरी थाना और कतरीसराय थाना द्वारा जेल भेजे जा चुके हैं। जेल से रिहा होने के बाद वे दोबारा साइबर ठगी करने लगे थे।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के पास से दो लैपटॉप, सात एंड्रॉयड मोबाइल, तीन की-पैड मोबाइल, छह एटीएम कार्ड, एक लाख एक सौ रुपये नकद, नौ बैंक पासबुक और ग्राहकों की जानकारी से भरी ऑर्डर शीट बरामद की है।
थानाध्यक्ष ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। हालांकि, तीन साइबर ठग पुलिस के पहुंचने से पहले ही भागने में सफल रहे। फरार आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार ठगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस अन्य साथियों की तलाश कर रही है।
पुलिस का कहना है कि साइबर ठगी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और इसे रोकने के लिए पुलिस हर संभव प्रयास कर रही है। साइबर अपराधियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है और जल्द ही इनके पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया जाएगा।