गिरियक प्रखंड में ताजिया जुलूस निकाला गया, कर्बला की शहादत को श्रद्धा से किया गया याद

गिरियक (नालंदा) : गिरियक प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में मुहर्रम के अवसर पर ताजिया जुलूस निकाला गया। यह जुलूस शहीद-ए-आज़म हज़रत इमाम हुसैन और उनके साथियों की कुर्बानी की याद में निकाला गया, जिन्होंने कर्बला की धरती पर इंसाफ और सच्चाई के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे।

गिरियक निचली बाजार स्थित इमामबाड़ा से जुलूस की शुरुआत हुई, जो बाजार तक पहुंचा। वहां कुरआन ख्वानी और फातिहा ख्वानी का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने गमगीन माहौल में कर्बला की शहादत को याद किया और दुआएं कीं।
इसी तरह बकरा गांव में भी श्रद्धालुओं ने सड़क पर ताजिया जुलूस निकाला। जुलूस के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस बल पूरी तरह मुस्तैद रहा। खास बात यह रही कि इस अवसर पर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के लोग साथ-साथ नजर आए और श्रद्धा भाव से कर्बला की याद में कदम से कदम मिलाकर जुलूस में शामिल हुए, जो सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक बना।

गौरतलब है कि ताजिया जुलूस की परंपरा भारत में 14वीं सदी से चली आ रही है। यह जुलूस हज़रत इमाम हुसैन की शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए निकाला जाता है, जिसमें उनकी पीड़ा, बलिदान और सत्य के लिए संघर्ष को याद किया जाता है। पूरे देश में मुहर्रम के दिन ताजिया जुलूस को आस्था, भक्ति और सामाजिक सद्भाव के साथ मनाया जाता है।