चोरसूआ में त्रिवेणीधाम फिजिकल एकेडमी ने शुरू किया छठघाट की सफाई अभियान

बिहार शरीफ (नालंदा) : चोरसूआ में त्रिवेणीधाम फिजिकल एकेडमी द्वारा छठघाट की सफाई का कार्य जोरों पर चल रहा है।
आस्था और पवित्रता का महापर्व छठ पूजा दीपावली के तुरंत बाद शुरू हो जाता है। जैसे ही दीपों का त्योहार समाप्त होता है, वैसे ही हर घर में साफ-सफाई और साज-सज्जा का दोहरापन शुरू हो जाता है। इसी क्रम में सबसे महत्वपूर्ण तैयारी छठघाटों की सफाई और सजावट होती है।
नालंदा जिला मुख्यालय से लगभग 9 किलोमीटर दूर स्थित चोरसूआ गाँव का त्रिवेणीधाम छठघाट प्राकृतिक सौंदर्य की गोद में बसा एक अत्यंत प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह घाट अपनी भव्यता और आस्था के लिए जाना जाता है। यहाँ प्रसिद्ध राधाकृष्ण मंदिर के समीप तीन नदियों का उद्गम स्थल है, जहाँ से निकलता जल अपनी कलकल ध्वनि और प्राकृतिक सौंदर्य से श्रद्धालुओं का मन मोह लेता है।
छठघाट की सफाई और सौंदर्यीकरण का कार्य त्रिवेणीधाम फिजिकल एकेडमी के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। एकेडमी के प्रमुख सदस्य रौशन कुमार, सोनू पांडे, सचिन राज, विक्की कुमार, अमित सिन्हा, सागर कुमार, राजीव कुमार, अभिषेक कुमार, पंकज कुमार और नीरज कुमार ने बताया कि वे हर वर्ष छठ महापर्व से करीब 15 दिन पहले ही घाट की सफाई एवं सौंदर्यीकरण का कार्य आरंभ कर देते हैं। उनका लक्ष्य नालंदा जिले का सबसे सुंदर और व्यवस्थित घाट तैयार करना होता है।
सफाई कार्य के साथ-साथ घाट पर छठव्रती महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, प्रसाद वितरण स्थल, चाय और जल की व्यवस्था, त्रिवेणीधाम मार्ग की सफाई, तथा मेला स्थल की व्यवस्था भी त्रिवेणीधाम फिजिकल एकेडमी की ओर से की जाती है। समिति के सदस्य न केवल सफाई बल्कि विधि-व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधा का भी ध्यान रखते हैं।
छठ पूजा के दौरान श्री छठ पूजा समिति, चोरसूआ, और अन्य श्रद्धालु संगठनों की ओर से भक्ति जागरण, फल-फूल वितरण एवं मेला को सुसज्जित करने का कार्य किया जाता है। हर वर्ष इस घाट पर न केवल स्थानीय पंचायत क्षेत्र से बल्कि बाहर के इलाकों से भी सैकड़ों श्रद्धालु छठव्रत के अवसर पर पहुँचते हैं। श्रद्धालुओं की भीड़ और उनकी श्रद्धा इस घाट की ख्याति को और भी बढ़ा देती है।