रविचंद्रन अश्विन का अचानक क्रिकेट से संन्यास : 14 साल के शानदार करियर का अंत

भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने अपने 14 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है। उन्होंने यह घोषणा भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के बाद की। अश्विन ने अपने करियर में कुल 287 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और 765 विकेट हासिल किए। खासतौर पर टेस्ट क्रिकेट में उनका प्रदर्शन अद्वितीय रहा, जहां उन्होंने 535 विकेट लेकर अनिल कुंबले के बाद भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज बनने का गौरव प्राप्त किया।
अश्विन ने क्यों लिया संन्यास?
ब्रिस्बेन टेस्ट मैच, जो ड्रॉ पर समाप्त हुआ, के बाद अश्विन ने अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने संन्यास की घोषणा की, जिससे क्रिकेट जगत हैरान रह गया। अश्विन ने कहा,
“मैं ज्यादा इंतजार नहीं करना चाहता और यह बताना चाहता हूं कि मैंने संन्यास लेने का फैसला किया है। मुझे लगता है कि यह सही समय है कि युवा खिलाड़ी टीम में आएं और अपनी भूमिका निभाएं।”
इस दौरान कप्तान रोहित शर्मा भी उनके साथ मौजूद थे। हालांकि, उनके चेहरे पर ड्रॉ मैच के बाद की सामान्य खुशी नहीं दिखी। जब रोहित से इस फैसले पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा,
“संन्यास एक व्यक्तिगत फैसला है, और हमें इसे सम्मान देना चाहिए। अश्विन ने भारतीय क्रिकेट में जो योगदान दिया है, वह अविश्वसनीय है। बतौर कप्तान और साथी खिलाड़ी, मैं उनके इस फैसले का सम्मान करता हूं।

सहयोगियों और क्रिकेट विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया
अश्विन के अचानक संन्यास लेने पर क्रिकेट जगत में निराशा और हैरानी देखी गई। स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री कर रहे हरभजन सिंह ने कहा, “मुझे नहीं समझ आ रहा कि उन्होंने बीच सीरीज में अचानक संन्यास क्यों लिया। उनके पास अभी खेलने के मौके थे, शायद मेलबर्न या सिडनी टेस्ट में। मैं मानता हूं कि वे कम से कम 2-3 साल और खेल सकते थे।”
वहीं, चेतेश्वर पुजारा ने कहा, “अश्विन के साथ क्रिकेट खेलना मेरे लिए सम्मान की बात रही। लेकिन जिस तरह से उन्होंने अचानक संन्यास लिया, वह काफी दुखद है।”
अश्विन का शानदार करियर
रविचंद्रन अश्विन ने 14 साल के अपने करियर में भारत के लिए कई यादगार प्रदर्शन किए। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में न सिर्फ अपनी गेंदबाजी से बल्कि बल्लेबाजी से भी योगदान दिया। उनका प्रदर्शन घरेलू और विदेशी दोनों पिचों पर बेहतरीन रहा।
टेस्ट क्रिकेट: 535 विकेट (भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज)
वनडे क्रिकेट: 151 विकेट
टी20 क्रिकेट: 79 विकेट
फैसले से क्रिकेट जगत स्तब्ध
अश्विन का यह फैसला उनके प्रशंसकों और साथियों के लिए चौंकाने वाला है। जिस अंदाज में उन्होंने अपने संन्यास का ऐलान किया, उसने कई सवाल खड़े किए हैं। क्रिकेट प्रेमी अब उनके शानदार करियर के योगदान को याद कर रहे हैं और उनके फैसले का सम्मान कर रहे हैं।
अश्विन ने अपने बयान में यह स्पष्ट कर दिया कि यह उनका निजी फैसला है, और वह चाहते हैं कि अब युवा खिलाड़ियों को टीम में मौका मिले। उनका अचानक संन्यास लेना भले ही चौंकाने वाला हो, लेकिन उनके शानदार करियर ने उन्हें हमेशा के लिए भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अमर कर दिया है।
