दीपनगर के कुंडलपुर में भीषण अगलगी की घटना, किसानों की 20 बीघे तक की गेहूं की फसल जलकर राख

नालंदा (दीपनगर): दीपनगर थाना क्षेत्र के कुंडलपुर गांव में सोमवार को दोपहर के समय भीषण अगलगी की घटना सामने आई, जिसमें खेतों में खड़ी और काटकर रखी गई गेहूं की फसल जलकर राख हो गई। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार लगभग 7-8 बीघा फसल पूरी तरह जल गई है, जबकि कुछ किसानों का दावा है कि यह आंकड़ा 20 बीघा तक हो सकता है।
घटना की सूचना मिलते ही इलाके में अफरा-तफरी मच गई। आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास के कई खेतों को अपनी चपेट में ले लिया। ग्रामीणों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर बाल्टी और पाइप की सहायता से आग बुझाने की कोशिश की। तेज हवा के कारण आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था, लेकिन ग्रामीणों ने हिम्मत नहीं हारी और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया।

घटना की जानकारी मिलते ही अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक ग्रामीणों ने आग को बुझा दिया था। इसके बाद पुलिस व प्रशासन के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
पराली जलाना बना हादसे की वजह
सीओ प्रभात रंजन ने बताया कि शुरुआती जांच में पराली जलाने को ही आग लगने का कारण माना जा रहा है। किसी ने खेत में पुआल जलाया था, जिससे निकली चिंगारी ने पास के गेहूं के खेतों को चपेट में ले लिया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और कई बीघों में लगी फसल जलकर नष्ट हो गई।

किसानों का भारी नुकसान, मुआवजे की मांग
इस घटना में जिन किसानों की फसलें जली हैं, उनमें महेंद्र यादव, विवेक कुमार, अर्जुन यादव और राघव रविदास शामिल हैं। इन किसानों का कहना है कि करीब 20 बीघा जमीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। कुछ खेतों में फसल अभी काटी नहीं गई थी, जबकि कुछ में गेहूं की बाली काटकर खेत में ही रखी गई थी, जो आग की चपेट में आ गई।
किसानों ने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें इस नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि वे अगली फसल के लिए खेत तैयार कर सकें। ग्रामीणों ने यह भी अपील की है कि पराली जलाने पर सख्ती बरती जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
प्रशासन करेगा नुकसान का आकलन
प्रशासन की ओर से मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि नुकसान का आकलन कर जल्द ही राहत के लिए कदम उठाए जाएंगे। अधिकारियों ने खेतों का निरीक्षण किया और प्रभावित किसानों के बयान दर्ज किए।
