हजरत पीर बदरुद्दीन बदरे आलम जाहिदी का 657वां सालाना उर्स संपन्न: अमन और मोहब्बत का पैगाम

बिहारशरीफ: छोटी दरगाह में हजरत पीर बदरुद्दीन बदरे आलम जाहिदी रहमतुल्लाह अलैह का 657वां सालाना उर्स बड़े ही श्रद्धा और अमन की दुआओं के साथ संपन्न हुआ। इस पवित्र मौके पर मुल्क में अमन, भाईचारा और मोहब्बत की दुआ की गई।
सूफी परंपरा और मानवता का संदेश
हजरत बदरुद्दीन बदरे आलम जाहिदी रहमतुल्लाह अलैह के वंशज सय्यद महफूज आलम ने बताया कि बिहारशरीफ, जो नालंदा जिले में स्थित है, सूफी बुजुर्गों की भूमि के रूप में देशभर में प्रसिद्ध है। यहां सूफी संतों ने पूरी दुनिया को प्रेम, मानवता और अमन का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सूफी बुजुर्गों ने मानवता को सबसे अहम बताया और इस्लाम की तालीमात के जरिए समाज को सच्चाई और मोहब्बत का रास्ता दिखाया।

दरगाह का ऐतिहासिक महत्व
सय्यद महफूज आलम ने बताया कि हजरत मखदूम-ए-जहां शरफुद्दीन अहमद याह्या मनेरी रहमतुल्लाह अलैह ने हजरत बदरुद्दीन बदरे आलम को मेरठ से बिहारशरीफ आमंत्रित किया था। उनकी दरगाह, जिसे छोटी दरगाह के नाम से जाना जाता है, बड़ी दरगाह से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
उर्स के कार्यक्रम
657वें उर्स के अवसर पर सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरआनखानी का आयोजन किया गया। इसके बाद, जौहर की नमाज के बाद महफूज आलम ने पहली चादर पेश की। इससे पहले दरगाह पर गुस्ल, संदल और गुलाब पोशी का आयोजन हुआ।
सूफी खानकाह एसोसिएशन की उपस्थिति
सूफी खानकाह एसोसिएशन की बिहार प्रदेश इकाई के अध्यक्ष और खानकाह चिश्तिया फरीदिया चांदपुरा के सज्जादानशीन सूफी महताब आलम चिश्ती निजामी ने एसोसिएशन के कार्यकर्ताओं के साथ चादर पेश की। उन्होंने मुल्क में अमन, भाईचारे और उम्मते मुस्लिमा की खैर-बरकत के लिए दुआ की।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े लोग उपस्थित रहे, जिनमें सूफी खानकाह एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी तालिब फिरदौसी, विवेकानंद पासवान, इमरान खान, मुकेश कुमार, राहुल राज, रहमान बनौलिया, एआईएमआईएम के मोहम्मद शमीम अख्तर, जावेद वेस्टीज, नीतीश मिश्रा, इफ्तेखार एडवोकेट, हाफिज मोहम्मद तौसीफ आलम, सय्यद जाकिर हुसैन एडवोकेट, सय्यद मोनव्वर, मोहम्मद यूसुफ और अन्य गणमान्य लोग शामिल थे।
अमन और शांति के लिए दुआ
कार्यक्रम के दौरान सभी ने देश में अमन और भाईचारा बनाए रखने का संदेश दिया। सूफी खानकाह एसोसिएशन ने उर्स के सफल आयोजन के लिए नालंदा पुलिस प्रशासन और सभी श्रद्धालुओं को मुबारकबाद दी।
