नालंदा के 6 छात्र-छात्राएं पूर्वी भारत विज्ञान मेला में लेंगे भाग

नालंदा जिले के 4 छात्र और 2 छात्राएं 7 से 10 जनवरी 2025 तक कोलकाता में आयोजित होने वाले पूर्वी भारत विज्ञान मेला में भाग लेंगे। इन छात्र-छात्राओं का चयन 17 और 18 दिसंबर को राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद, पटना में आयोजित 52वीं राज्य स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी में उनके प्रस्तुत किए गए शोध परियोजनाओं के आधार पर किया गया है।

सफल छात्र-छात्राओं और उनकी परियोजनाएं:
- आराधना कुमारी – रास बिहारी प्लस टू उच्च विद्यालय: शून्य अपशिष्ट जैविक कृषि विपणन।
- अनामिका कुमारी – उत्क्रमित मध्य विद्यालय, शादीकपुर, एकंगरसराय: समाज के लिए जल संरक्षण।
- मो. अर्श – कैरियर पब्लिक स्कूल: त्रिकोणमिति का अनुप्रयोग।
- निखिल आर्यन – गुरुकुल विद्यापीठ: स्वचालित आग बुझाने वाला रोबोट।
- शांतनु रौशन – गुरुकुल विद्यापीठ: स्वचालित जल प्रणाली।
- शिवम भारती – सीता शरण मेमोरियल स्कूल, थरथरी: अपशिष्ट प्रबंधन से शिक्षण के लिए गणितीय आकृतियां।
ये छात्र-छात्राएं अपनी शोध परियोजनाओं का प्रदर्शन करेंगे और अन्य राज्यों के प्रतिभागियों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे।
कार्यक्रम के समन्वयक और रास बिहारी प्लस टू उच्च विद्यालय, नालंदा के प्रधानाध्यापक शैलेन्द्र प्रसाद ने बताया कि यह नालंदा के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा, “यह छात्र-छात्राओं के लिए एक शानदार अवसर है, जहां वे न केवल अपनी परियोजनाओं को प्रस्तुत करेंगे बल्कि अन्य छात्रों के साथ सीखने और अनुभव साझा करने का मौका भी पाएंगे।”
पूर्वी भारत विज्ञान मेला एक प्रमुख विज्ञान प्रदर्शनी है, जो पूर्वी भारत के छात्रों को अपने शोध कार्यों का प्रदर्शन करने और अपने कौशल को निखारने का एक मंच प्रदान करता है।
