स्वतंत्रता सेनानी बाबू जगलाल चौधरी की 130वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

स्वतंत्रता सेनानी बाबू जगलाल चौधरी की 130वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने बाबू जगलाल चौधरी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया। उन्होंने कहा कि बाबू जगलाल चौधरी एक मेधावी छात्र थे। एमबीबीएस की पढ़ाई के अंतिम वर्ष में महात्मा गांधी के आह्वान पर उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और स्वतंत्रता संग्राम में कूद पड़े। स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा। वर्ष 1937 में उन्होंने कुरसेला, पूर्णिया के इस्टेट से जीत हासिल कर चार कैबिनेट मंत्रियों में स्थान प्राप्त किया था। उन्होंने समाज को आगे बढ़ाने के लिए निःस्वार्थ सेवा की प्रेरणा दी।

समाज को आगे बढ़ाने पर जोर
पूर्व एलएलए उम्मीदवार शंभु चौधरी ने कहा, “आज चौधरी समाज किसी से कमजोर नहीं है, लेकिन शिक्षा के क्षेत्र में जरूर पिछड़ा हुआ है। इसे आगे बढ़ाने के लिए हम लगातार प्रयासरत हैं और शिक्षा के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं।” उन्होंने आगाह किया कि यदि आने वाले विधानसभा चुनाव में चौधरी समाज को राजनीतिक दलों ने अनदेखा किया तो उन्हें करारा जवाब दिया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता और मुख्य अतिथि
कार्यक्रम की अध्यक्षता उपेंद्र चौधरी ने की। मुख्य अतिथि डॉ. धर्मेंद्र कुमार चौधरी ने समाज के उत्थान पर जोर देते हुए युवाओं को प्रेरित किया।

उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य पुनपुन रजनी चौधरी, सुभाष चंद्र चौधरी, जितेंद्र चौधरी, रणधीर चौधरी, विमल चौधरी, दिलीप चौधरी, राजेश चौधरी, सुमित चौधरी सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
यह समारोह समाज के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम में बाबू जगलाल चौधरी के योगदान को स्मरण करने के साथ समाज के विकास की दिशा में आगे बढ़ने का संकल्प था।
